आज यानी 26 जनवरी को देशभर में खूब उत्साह के साथ गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। बता दें कि 26 जनवरी 1950 को भारत में लोकतंत्र ने पहली बार जन्म लिया था। इस दिन एक आजाद देश के तौर पर भारत को अपना संविधान मिला था। तभी से हर साल 26 जनवरी को हम भारतीय गणतंत्र दिवस (Happy Republic Day) के रूप में मनाते हैं।

इस खास मौके पर दिल्‍ली के कर्तव्‍यपथ पर परेड होती है, जो राष्ट्रपति भवन के गेट से शुरू होकर, कर्तव्य पथ को पार करती हुई इंडिया गेट तक पहुंचती है। इसके अलावा देशभर के सभी स्कूल-कॉलेज और कार्यालयों में कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है, जिसमें बच्चे, शिक्षक और तमाम लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

इस तरह के कार्यक्रमों से पहले तिरंगा फहराया जाता है और तिरंगा फहराने के बाद पहले राष्ट्रगान और फिर राष्ट्र गीत गाने का नियम है। ऐसे में अगर आप भी 76वें गणतंत्र दिवस पर झंडा फहराने वाले हैं, तो यहां हम आपके लिए राष्ट्र गीत वन्दे मातरम् की लिरिक्स लेकर आए हैं। इन लिरिक्स को पढ़कर आप राष्ट्र गीत याद कर सकते हैं और गा सकते हैं।

वंदे मातरम्, वंदे मातरम्!

सुजलाम्, सुफलाम्, मलयज शीतलाम्,शस्यश्यामलाम्, मातरम्!वंदे मातरम्!

शुभ्रज्योत्सनाम् पुलकितयामिनीम्,फुल्लकुसुमित द्रुमदल शोभिनीम्,सुहासिनीम् सुमधुर भाषिणीम्,सुखदाम् वरदाम्, मातरम्!वंदे मातरम्, वंदे मातरम्॥

कोटि कोटि कण्ठ कल कल निनाद करालेद्विसप्त कोटि भुजैर्धृत खरकरवालेके बोले मा तुमी अबलेबहुबल धारिणीम् नमामि तारिणीम्रिपुदलवारिणीम् मातरम्॥वंदे मातरम्!

तुमि विद्या तुमि धर्म, तुमि ह्रदि तुमि मर्मत्वं हि प्राणाः शरीरेबाहुते तुमि मा शक्ति,हृदये तुमि मा भक्ति,तोमारै प्रतिमा गडि मन्दिरे-मन्दिरे मातरम्॥वंदे मातरम्!

त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणीकमला कमलदल विहारिणीवाणी विद्यादायिनी, नमामि त्वाम्नमामि कमलां अमलां अतुलाम्सुजलां सुफलां मातरम्॥वंदे मातरम्!

श्यामलां सरलां सुस्मितां भूषिताम्धरणीं भरणीं मातरम्॥

बता दें कि वंदे मातरम् को स्वरबद्ध करने का काम रबींद्रनाथ टैगोर ने किया था। वहीं, राष्ट्र गीत वंदे मातरम् को 1 मिनट 9 सेकंड में गाया जाता है।