नवरात्र का आज दूसरा दिन है और लोग मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जा रही है। दरअसल, मां ब्रह्मचारिणी को मिश्री और पंचामृत काफी प्रिय है। ऐसे में आप आज शाम के समय माता को मिश्री और पंचामृत का भोग लगा सकते हैं।

शाम के समय मां दुर्गा को पंचामृत का भोग लगाना काफी शुभ माना जाता है। यह काफी हेल्दी होता है। इसको पांच पवित्र सामग्रियों को मिलाकर तैयार किया जाता है। नवरात्र के व्रत में यह शरीर और मन दोनों के लिए काफी फायदेमंद होता है। आज इस लेख में पंचामृत बनाने की रेसिपी के बारे में बताएंगे।

1 कप गाय का कच्चा दूधआधा कप दही2 चम्मच घी1 चम्मच शहद1 चम्मच गंगाजल5 तुलसी पत्ता

पंचामृत को पूजा के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है। इसको लेने से मन शांत होता है और सकारात्मक बना रहता है। पंचामृत में मौजूद शहद और घी त्वचा को भीतर से पोषण देते हैं। वहीं, शहद और गंगाजल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल सहित कई गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं। दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आंतों के लिए फायदेमंद होते हैं और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं।

नवरात्र पर कई लोग नौ दिन तक व्रत में रहते हैं। ऐसे में नवरात्र के समय शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है। ऐसे में पंचामृत काफी हेल्दी और इंस्टेंट एनर्जी देने वाला होता है। इसमें दूध, दही और घी में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को ऊर्जा देते हैं। आगे पढ़िएः बालों के लिए अमृत से कम नहीं हैं ये पत्ते, यहां जान लें इसके नाम और उपयोग करने का सही तरीका