शमी के पौधे को लोग घर पर पूजा के लिए लगाते हैं। हालांकि, गर्मी के मौसम में यह पौधा सूखने लगता है। अगर आप शमी के पौधे की सही से देखभाल नहीं करते हैं, तो यह और भी जल्दी सूखता है। वैसे, अधिकतर लोग इसे गमले में ही उगाते हैं। अगर आप भी गमले में इस पौधे को लगाए हैं और आपका भी पौधा सूखने लगा है, तो आप गमले में नीम की खली डाल सकते हैं। इससे यह पौधा काफी तेजी से हरा-भरा हो जाएगा।

नीम की खली एक नेचुरल जैविक खाद है। मिट्टी में इसको मिलाने से इसकी उर्वरता बढ़ती है। यह शमी के पौधे की जड़ों को पोषक तत्व प्रदान करती है। इसको डालने से मिट्टी की नमी भी बनी रहती है, जिससे इसमें बार-बार पानी डालने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। वहीं, नीम में की तरह के एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पौधे को कीट और फफूंद से बचाते हैं।

शमी के पौधे में आप नीम की खली को आसानी से डाल सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले मिट्टी की खुदाई करें। करीब दो इंच तक हल्की खुदाई करने के बाद आप इसमें दो बड़े चम्मच नीम की खली को डाल दें। इसके बाद हल्का पानी डालें और मिट्टी से ढक दें।

अगर गमले में पौधा लगा है, तो आप नीम की खली को सप्ताह में सिर्फ एक बार ही डालें। हालांकि, अगर शमी का पौधा जमीन में लगा हुआ है, तो आप इसमें बहुत कम ही डालें। हालांकि, नीम की खली को डालने से पहले आपको कुछ सावधानी भी बरतनी होती है। आप अधिक मात्रा में इसको न डालें। अधिक मात्रा में डालने से पौधा खराब हो सकता है। इसको डालने के बाद पानी जरूर डालें।