कॉफी पीना कई लोगों को पसंद होता है। वहीं घी का इस्तेमाल रसोई में कई तरह के किया जाता है। लेकिन कुछ लोग कॉफी में भी घी डालकर पीते हैं। इसे बुलेटप्रूफ कॉफी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसे पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। इतना ही नहीं इससे वजन घटाने में भी हेल्प मिलती है। साथ ही साथ मानसिक स्पष्टता बढ़ती है। लेकिन अगर आप तीन महीने तक हर रोज़ घी वाली कॉफ़ी पीते हैं, तो आपके शरीर पर क्या असर होगा कंसल्टेंट डाइटीशियन और डायबिटीज़ एजुकेटर कनिका मल्होत्रा से जानते हैं इससे शरीर पर कैसा पड़ता है असर।

कनिका मल्होत्रा बताती हैं घी में कई ज़रूरी फैटी एसिड होते हैं। जैसे कि कंजुगेटेड लिनोलिक एसिड (CLA) आदि। इससे शरीर में वसा की मात्रा कम करने और वज़न को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा घी में पाया जाने वाला शॉर्ट-चेन फैटी एसिड ब्यूटिरेट एक और घटक है जो आंत के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और पाचन को आसान बनाने में मदद करता है। उन्होंने बताया कि घी वाली कॉफ़ी पीने से स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले घी का चयन करना महत्वपूर्ण है। यानी वो घी जो घास खाने वाली गायों से बनाया गया हो।

मल्होत्रा ​​ने बताया कि घी में बहुत ज़्यादा कैलोरी होती है। इसमें बहुत ज़्यादा अच्छे वसा होते हैं। इसका ज़्यादा सेवन करने से वज़न बढ़ सकता है। क्योंकि शरीर अतिरिक्त कैलोरी को वसा में बदल सकता है। इससे मोटापा समेत कई तरह की बीमारियां बढ़ सकती हैं।

मल्होत्रा ​​बताती हैं कि कॉफ़ी में कैफ़ीन और घी ऊर्जा और चयापचय को बढ़ावा देने के लिए एक साथ काम करते हैं। कैफ़ीन एक उत्तेजक पदार्थ है जो ऊर्जा, ध्यान और सतर्कता को बढ़ाता है।

उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले व्यक्ति।पाचन संबंधी समस्या वाले लोग।जिन लोगों को वजन कंट्रोल की चिंता है।कुछ विशेष चिकित्सीय स्थितियों वाले व्यक्ति।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।