अहमदाबाद से लंदन जा रहे एअर इंडिया के बोइंग 787 विमान के उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त होने के सही कारणों का तो जांच के बाद पता चलेगा लेकिन इस घटना ने विमानन सुरक्षा पर पुन: ध्यान केंद्रित कर दिया है। परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर विभाग-संबंधित संसदीय समिति ने 25 मार्च, 2025 को संसद के पटल पर पेश अपनी 375वीं रपट में इस ओर इशारा किया था।
समिति ने नागर विमान महानिदेशालय (DGCA), नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) व भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) में खाली पदों पर चिंता जाहिर की थी। इतना ही नहीं समिति नागरिक उड्डयन मंत्रालय से इन रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नियामक निगरानी, सुरक्षा प्रवर्तन और हवाई अड्डे के संचालन से समझौता न हो।
समिति की रपट के मुताबिक, विमानन सुरक्षा और विनियामक निरीक्षण के लिए जिम्मेदार डीजीसीए में रिक्तियों की दर 53 फीसद से अधिक है, जो विमानन सुरक्षा मानकों को प्रभावी ढंग से लागू करने की इसकी क्षमता के बारे में बुनियादी चिंताएं पैदा करती है। बीसीएएस, जिसे विमानन सुरक्षा बनाए रखने का काम सौंपा गया है, में लगभग 35 फीसद स्वीकृत पद रिक्त हैं, जो हवाई अड्डों पर सुरक्षा निरीक्षण की मजबूती के लिए जोखिम पैदा कर रहे हैं। साथ ही समिति ने कहा कि महत्त्वपूर्ण हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे और हवाई यातायात सेवाओं का प्रबंधन करने वाले एएआइ में 3,200 से अधिक रिक्तियां हैं, जो इसकी स्वीकृत क्षमता का लगभग 17 फीसद है, जो संभावित रूप से परिचालन दक्षता और हवाई अड्डे के विस्तार को प्रभावित कर रही है।
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समिति इस बात से बहुत चिंतित है कि इन संस्थानों में कर्मचारियों की लगातार कमी सुरक्षा, संरक्षा और सेवा वितरण मानकों को कमजोर कर सकती है, खासकर तब जब हवाई यातायात में लगातार वृद्धि हो रही है। समिति नागरिक उड्डयन मंत्रालय से डीजीसीए, बीसीएएस और एएआइ में रिक्तियों को भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह करती है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि नियामक निगरानी, सुरक्षा प्रवर्तन और हवाई अड्डे के संचालन से समझौता न हो। हवाई यातायात और विमानन बुनियादी ढांचे के तेजी से विस्तार को देखते हुए, मंत्रालय को परिचालन मांगों को पूरा करने के लिए कर्मचारियों के स्तर को सुनिश्चित करने के लिए दीर्घकालिक कार्यबल नियोजन रणनीति अपनानी चाहिए।
31 मार्च, 2025 तक रिक्तियों की संख्या : नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल की ओर से लोकसभा में तीन अप्रैल, 2025 को एक सवाल के जवाब दिए 31 मार्च, 2025 तक के आंकडों के मुताबिक, डीजीसीए में 1,692 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 814 पद रिक्त हैं यानी 48 फीसद से अधिक।
इसी तरह बीसीएएस में 598 स्वीकृत पदों पर 224 पद (37 फीसद) खाली और एएआइ में 25,730 स्वीकृत पदों पर 9,502 पद (करीब 37 फीसद) रिक्त हैं। हालांकि, आंकड़ों में यह भी बताया गया कि डीजीसीए में 2024 में 44, बीसीएएस में पांच और एएआइ में 232 पदों पर भर्ती हुई थी।