Anil Vij Disciplinary Action: अपने बयानों से लगातार बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि अनिल विज ने हाल ही में पार्टी के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के खिलाफ बयान दिए हैं और यह पार्टी के नीति तथा आंतरिक अनुशासन के खिलाफ है।
नोटिस में कहा गया है कि आपका यह कदम न केवल पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है बल्कि ऐसे वक्त में आपके बयान आए, जब पड़ोसी राज्य दिल्ली में पार्टी चुनाव अभियान चला रही थी।
नोटिस में कहा गया है कि आपने यह जानते हुए भी इस तरह की बयानबाजी की कि इससे पार्टी को नुकसान होगा और इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। नोटिस में आगे कहा गया है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार आपको यह नोटिस जारी किया गया है और आपसे अपेक्षा की जाती है कि आप तीन दिन में इस विषय पर अपना लिखित स्पष्टीकरण दें।
हिमाचल पुलिस ने सबूत न होने के चलते बंद करेगी हरियाणा BJP चीफ के खिलाफ चल रहा रेप केस
अपने अलग अंदाज और बेबाक शैली के लिए पहचाने जाने वाले विज ने कुछ दिन पहले सरकार के बाद अब संगठन के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया था। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के खिलाफ तीखे बोल बोलने वाले अनिल विज ने प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पर हमला किया था।
विज ने कहा था कि पार्टी की पवित्रता और पार्टी के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए बड़ौली को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अनिल विज ने कुछ दिन पहले कहा था कि मोहनलाल बड़ौली पर धारा 376डी (गैंगरेप) के तहत आरोप हैं। ऐसे में वह महिलाओं की बैठक नहीं ले सकते।
हरियाणा में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, अनिल विज की नाराजगी देख सैनी सरकार ने किया 100 से ज्यादा अफसरों का ट्रांसफर
बताना होगा कि बड़ौली पर दुष्कर्म के आरोप लगे हैं। लेकिन इस मामले में हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ चल रहे मामले में सबूतों के अभाव का हवाला देते हुए केस रद्द करने की याचिका अदालत में दाखिल की है।
हरियाणा में परिवहन, ऊर्जा और श्रम जैसे बड़े मंत्रालय को संभाल रहे अनिल विज ने पत्रकारों से बातचीत में साफ कहा था कि उनका मंत्री पद तो छीना जा सकता है, लेकिन निर्वाचित विधायक का पद नहीं छीना जा सकता। उन्होंने कहा, “अगर वे इसे (मंत्रालय को) छीनना चाहते हैं, तो छीन सकते हैं। मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है।”
अंबाला सीट से विधायक विज ने इससे पहले कहा था, “हमारे मुख्यमंत्री कभी भी अपने रथ से नीचे नहीं उतरते। जिस दिन से वे सीएम बने हैं, वे हवा में ही रहते हैं। अगर वे नीचे उतरते तो जनता की पीड़ा सुनते। यह सिर्फ़ मेरी आवाज़ नहीं है, यह सभी विधायकों, सांसदों और मंत्रियों की आवाज है।” अनिल विज ने आरोप लगाया था कि विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने उन्हें हराने की कोशिश की और यहां तक कि उन पर हमला भी करवाया।
विज की नाराजगी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने हाल ही में 103 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया था। तब यह माना जा रहा था कि पार्टी विज को मनाएगी लेकिन अब पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। देखना होगा कि विज इसका क्या जवाब देते हैं।
‘राहुल जी जीरो चेक कर लीजिए…’ अनुराग ठाकुर का राहुल गांधी पर तीखा तंज
इसके साथ ही राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी राज्य की सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री परिषद से इस्तीफा देने की सूचना समाचार पत्रों में दी और बीजेपी सरकार पर टेलीफोन टेप करने का आरोप लगाया जो बिल्कुल झूठ है।
नोटिस में कहा गया है कि ऐसा बयान देकर आपने बीजेपी सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल किया है और यह अनुशासन भंग की परिभाषा में आता है। नोटिस में कहा गया है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार आप तीन दिन के अंदर अपना स्पष्टीकरण दें वरना यह समझा जाएगा कि आपको कुछ नहीं कहना है।
क्लिक कर पढ़िए- विज बोले आडवाणी से बड़े तो नहीं हैं बड़ौली, छोड़ दें पद