Ministry Of Defence Issues Advisory: ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। रक्षा मंत्रालय ने इसको लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। जिसमें कहा गया है कि वरिष्ठ सशस्त्र बलों के कर्मियों और उनके परिवारों की गोपनीयता का सम्मान करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है।

रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि सेवारत या सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के कर्मियों के निजी आवासों या परिवारों पर पर्सनल स्टोरी या इंटरव्यू के लिए मिलने या उनसे संपर्क करने का प्रयास करने से बचें, जब तक कि आधिकारिक चैनलों के माध्यम से स्पष्ट रूप से आमंत्रित या अनुमति न दी गई हो। आवासीय पते, परिवार के सदस्यों की तस्वीरें या अन्य गैर-संचालन संबंधी जानकारी सहित व्यक्तिगत विवरणों के प्रकाशन या प्रसारण से बचें जो सार्वजनिक हित में नहीं हैं।

Ministry of Defence issues advisory on respecting the privacy of senior armed forces personnel and their families”Refrain from visiting or attempting to contact the private residences or families of serving or retired Armed Forces personnel for personal stories or interviews,… pic.twitter.com/yEE6vXfSp8

मंत्रालय ने एडवाइजरी में अपने फैसले का कारण बताते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे चल रहे ऑपरेशन के संदर्भ में बात करें तो, सेना के वरिष्ठ अधिकारी अपनी नेतृत्वकारी भूमिकाओं की वजह से लोगों की नजरों में आए।

‘उसे कपड़े तक नहीं बदलने दिए जा रहे…’, शर्मिष्ठा पनोली के वकील ने कलकत्ता हाई कोर्ट में रखा पक्ष

मंत्रालय के ध्यान में आया है कि इन अधिकारियों को लेकर हो रही लगातार कवरेज पेशेवर कवरेज से हदों से कहीं आगे बढ़कर अधिकारियों और उनके परिवारों के निजी जिंदगी तक पहुंच गए।

एडवाइजरी में आगे कहा गया कि मीडियाकर्मियों ने कथित तौर पर उनके आवास पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से संपर्क साधने की कोशिश की। इसके अलावा सेना के अफसरों के परिवार से आधिकारिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत मुद्दे पर कवरेज की गई। वहीं, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा को लेकर देश के 16 सियासी दलों ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। पढ़ें…पूरी खबर।