बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की तैयारी रफ्तार पकड़ने लगी है। इसी क्रम में दिल्ली मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गहन मंथन के उपरांत राज्य के पुराने कांग्रेसियों को ढूंढ़ने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके लिए बिहार के सभी जिलों में टीम बनाकर पुराने कांग्रेसियों के परिजनों से संपर्क साधने की योजना है। इसकी नियमित निगरानी कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरू करेंगे।
वर्ष 1990 से पहले बिहार में कांग्रेस का बोलबाला रहा। लोगों के भरपूर समर्थन से यहां कांग्रेस की सरकारें बनती रहीं। बाद में राजनीतिक परिस्थितियां बदलीं और कांग्रेस का जनाधार सिमटता चला गया। पार्टी की स्थिति सुधारने के लिए स्थानीय स्तर पर बिहार प्रदेश अध्यक्ष और विधायक राजेश कुमार राम लगातार काम कर रहे हैं। इसके तहत वे अपने जनसंपर्क अभियान को धार दे रहे हैं। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की ओर से दिल्ली से लेकर पटना तक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
कांग्रेस अपनी समृद्धशाली अतीत की ओर लौटने के लिए लगातार योजनाएं बना रही है। इसी क्रम में दिल्ली मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने गत सोमवार की शाम अनौपचारिक रूप से मंथन किया। इस दौरान चर्चा हुई कि पार्टी के पुराने कांग्रेसियों को फिर से जोड़ा जाए। इसके लिए उनके परिजनों से संपर्क कर उन्हें पुन: पार्टी की सदस्यता दिलाई जाए।
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सूत्रों ने बताया कि पुराने कांग्रेसियों को फिर से जोड़ने के लिए बिहार के सभी जिलों में कार्यकर्ताओं की टीम बनाई जाएगी, जो अपने इलाके के लोगों से संपर्क कर पार्टी की समृद्ध अतीत की याद दिलाएंगे। इसके लिए कांग्रेसजनों को प्रश्नोत्तर की एक सूची भी दी जाएगी, ताकि उन्हें अपना अभियान चलाने में सहूलियत हो। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के इस अभियान की नियमित निगरानी करने की अनौपचारिक जिम्मेदारी बिहार प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरू को दी गई है।
गौरतलब है कि बिहार में इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के साथ राजद, भाकपा, माकपा, भाकपा (माले) और वीआइपी हैं। ये सभी दल अपने हिसाब से चुनाव तैयारियों में जुटे हैं। कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार राम ने कहा कि चुनाव की तैयारियां बहुत अच्छी तरीके से चल रही हैं। उन्होंने अपनी रणनीतियों का यह कहते खुलासा नहीं किया कि कुछ बातें गोपनीय होती हैं, जो सार्वजनिक नहीं की जा सकतीं। हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि पार्टी की माई-बहिन योजना से जिस प्रकार पूरे प्रदेश में महिलाएं जुड़ रही हैं, उसे देख अनुमान लगाया जा सकता है कि विधानसभा चुनाव का परिणाम पहले की अपेक्षा अलग होगा। कांग्रेस को कितनी सीटें मिलेंगी, इसके जवाब में विधायक राजेश कुमार राम ने कहा कि यह आकलन जल्दीबाजी होगी। परिणाम पहले से बेहतर होगा, यह जरूर कहा जा सकता है।