भारतीय रेलवे ने अपने चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल सीमा सुरक्षा बल (BSF) के लगभग 1200 जवान अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी पर जा रहे थे। यह सभी जवान गुवाहाटी से कश्मीर जाने वाले थे और इसके लिए रेलवे से विशेष ट्रेन की मांग की गई थी। बीएसएफ ने AC सेकंड क्लास के दो कोच, AC थर्ड क्लास के दो कोच, 16 स्लीपर कोच और चार जनरल स्लीपर कोच की मांग की थी। इसके बाद भारतीय रेलवे ने उन्हें ट्रेन जो मुहैया कराई, उसकी हालत काफी जर्जर थी। ट्रेन की बोगियां भी काफी गंदी थी।
ट्रेन गंदी और जर्जर तो थी ही, इसके साथ ही 72 घंटे की देरी से भी चलने का आरोप है। इसके बाद बीएसएफ ने अगरतला स्टेशन मैनेजर को एक शिकायत भेजी। रेलवे ने मामले की प्रारंभिक जांच की और लापरवाही बरतने के आरोप में चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।
सोशल मीडिया पर ट्रेन का वीडियो भी वायरल हुआ। इसमें दिखाया गया की ट्रेन की खिड़कियां टूटी हुई थी और दरवाजे जाम भी थे। वहीं टॉयलेट भी काफी गंदे थे और सीटें टूटी हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कई डिब्बों में बिजली के कनेक्शन भी नहीं थे और ट्रेन में कॉकरोच घूम रहे थे।
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जैसे ही मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तुरंत रेलवे ने कार्रवाई की। रेलवे ने कार्रवाई बीएसएफ की शिकायत के बाद की है। हालांकि बाद में सभी जवानों के लिए दूसरी ट्रेन की व्यवस्था की गई। इस मामले को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि मामले को लेकर एक्शन लिया जा चुका है और 4 अधिकारी इसमें दोषी थे, जिन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।
इस मामले को लेकर पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी केके शर्मा ने भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो में दिख रहे कोच यात्रियों के लिए नहीं थे। उन्हें रखरखाव के लिए ट्रेन में जोड़ा गया था। उन्होंने कहा कि इन बोगियों पर साफ तौर पर लिखा गया था कि यह यात्रियों के लिए नहीं है और इन्हें सर्विसिंग के लिए ले जाया गया था।