Ahmedabad Plane Crash: गुरुवार दोपहर गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 171 उड़ान भरने के तुरंत बाद क्रैश हो गई थी। इस हादसे में कई जिदंगियां छीन गईं। कंचन पटोलिया अहमदाबाद से सूरत जा रही थीं, जहां वे अपने शोकाकुल बेटे अर्जुन को विदा करने गई थीं। अर्जुन ब्रिटिश नागरिक थे और कैंसर से मर चुकी अपनी पत्नी की अस्थियों को विसर्जित करने गुजरात आए थे। तभी उनके भतीजे ने फोन कर उन्हें वडोदरा में उतरने और उनका इंतजार करने को कहा।
कुछ ही मिनट पहले परिवार को एयरपोर्ट के पास एअर इंडिया अहमदाबाद-लंदन विमान हादसे के बारे में पता चला था। कुछ ही घंटों के भीतर कंचन अहमदाबाद वापस आ गई। इस बार वह सिविल हॉस्पिटल में अपने बेटे के शव की पहचान के लिए डीएनए सैंपल देने के लिए आईं थीं। अर्जुन 12 जून को अपनी बेटियों रिया और किया के पास रहने के लिए लंदन वापस जा रहे थे। शोकाकुल दादी ने बताया कि दोनों बेटियों ने 18 दिनों के अंतराल में अपने माता-पिता को खो दिया।
कंचन ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘बड़े बेटे की विमान दुर्घटना में मौत की खबर सुनकर मैं सदमे में आ गई। उसकी पत्नी भारती की 26 मई को कैंसर के कारण मौत हो गई । अब उसकी दोनों बेटियां अनाथ हो गई हैं। अर्जुन अपनी दोनों बेटियों को अपने छोटे भाई गोपाल के घर छोड़कर अपनी पत्नी की अस्थियां लेकर भारत आया था, जिसकी इच्छा थी कि उन्हें नर्मदा नदी में विसर्जित किया जाए।’
दुखी कंचन ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘या तो मैं या मेरा छोटा बेटा अब अर्जुन की बेटियों की देखभाल करेगा।’ अर्जुन के छोटे भाई गोपाल की शादी को आठ साल हो चुके हैं और वह लंदन में बस गए हैं। दंपति की कोई संतान नहीं है। कंचन ने कहा, ‘मैंने 12 जून को अहमदाबाद सिविल अस्पताल में अपने बेटे के शव की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट के लिए अपने ब्लड के सैंपल दिए। गोपाल शुक्रवार शाम को अहमदाबाद पहुंचे। एक बार जब हम सभी रस्में पूरी कर लेंगे, तो हम बैठकर दोनों लड़कियों के भविष्य का फैसला करेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो मैं अपने छोटे बेटे के घर रहने और अपनी पोतियों की देखभाल करने के लिए लंदन चली जाऊंगी।’
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पटोलिया अमरेली जिले के वाडिया गांव के रहने वाले हैं। वे काफी समय पहले सूरत चले गए थे। कंचन के पति रमेश पटोलिया कपड़े की दुकान चलाते थे और अर्जुन ने कटारगाम में गुरुकुल स्कूल में पढ़ाई की थी। परिवार के पास कटारगाम और वाडिया में अपना घर है। रमेश पटोलिया की मौत के बाद कंचन ने परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दुकान चलायी। अर्जुन 17 साल से लंदन में रह रहे थे और ब्रिटिश नागरिकता रखते थे, वहां फर्नीचर की दुकान चलाते थे। उन्होंने भारती से शादी की, जो गुजरात के कच्छ की रहने वाली थीं।
सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि गोपाल ने 2017 में सूरत में एक पाटीदार लड़की से शादी की थी और 2023 में दोनों लंदन चले गए। कंचन कभी सूरत में रहती थी तो कभी वाडिया गांव में अपने घर पर। अर्जुन और गोपाल लंदन में एक ही घर में साथ रह रहे थे और एक ही फर्नीचर का कारोबार चला रहे थे।
कंचन के एक रिश्तेदार ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘हमें सोशल मीडिया के जरिये विमान दुर्घटना के बारे में पता चला। मेरी मौसी के भतीजे, निलकेश ने उन्हें फोन करके वडोदरा में उतरने को कहा क्योंकि उन्हें पता था कि डीएनए टेस्ट होगा और अर्जुन की मां के सैंपल की जरूरत होगी। निलकेश वडोदरा पहुंचे और मेरी मौसी, कंचनबेन को अहमदाबाद सिविल अस्पताल ले गए, जहां उन्होंने अपने रक्त के सैंपल दिए और फिर वाडिया गांव लौट आए।’
रिश्तेदार ने बताया, ‘डीएनए टेस्ट में अर्जुन की मौत की पुष्टि हो गई है और हमने उसके अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अर्जुन की दोनों बेटियों की कस्टडी किसे मिलेगी, यह तय करने के लिए परिवार की बैठक होगी। सबसे बड़ी बेटी रिया लंदन के एक स्कूल में पढ़ती है। हम सभी अर्जुन के शव के सौंपे जाने का इंतजार कर रहे हैं।’ क्यों नीचे था फ्लाइट का लैंडिंग गियर?