भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकियों और पाकिस्तान की कमर तोड़ दी है। सेना के इस शौर्य को देखकर हर देशवासी गौरवान्वित है। इसी कड़ी में केरल के तिरुवनन्तपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी भारतीय सेना की जमकर तारीफ की है। हालांकि थरूर ने इशारों-इशारों में ही प्रधानमंत्री मोदी की भी तारीफ की है। थरूर ने कहा है कि जिसने भी इस मिशन और इसके नाम के बारे में सोचा उसे शाबाशी है।

शशि थरूर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा, “सरकार के इस रचनात्मकता को बड़े शौक से देखते हुए यही कहूंगा कि चतुराई भरा कदम है। लेकिन मजाक को छोड़ दें, तो ऑपरेशन सिंदूर एक शानदार नाम है।”

थरूर ने आगे लिखा, “सिंदूर हमारी राष्ट्रीय चेतना में बसी एक नई-नवेली विधवा की छवि को दर्शाता है, जो पहलगाम में शादी के छह दिनों बाद ही मारे गए अपने पति के बगल में घुटनों के बल बैठी रो रही है। यही वजह है कि ऑपरेशन सिंदूर जरूरी था। तथ्य यह है कि सिंदूर खून के रंग का लाल है, यह भी एक संदेश देता है। जिसने भी इसके बारे में सोचा, उसे शाबाश।”

थरूर का ये बयान एक तरफ सेना की वीरता का उत्साहवर्धक है तो वहीं दूसरी ओर वो एक बार वो पीएम मोदी की प्रशंसक हुए हैं। क्योंकि रिपोर्ट्स की मानें तो सुरक्षा बैठक के दौरान ऑपरेशन सिंदूर का नाम प्रधानमंत्री मोदी ने ही सुझाया था। जिसका जिक्र थरूर ने अपने ट्वीट में किया भी है।

बीती रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी। दरअसल भारतीय सेना ने ये स्ट्राइक जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए आतंकी घटना के जवाब में की। आतंकी हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या हुई थी जबकि 20 से ज्यादा लोग जख्मी भी हुए थे। 

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थरूर पिछले कई दिनों से मौका दर मौका पीएम मोदी की तारीफ करते नजर आते रहे हैं। बीते कुछ दिनों पहले पीएम मोदी केरल के विझिनजाम इंटरनेशनल पोर्ट का उद्घाटन करने तिरुवनन्तपुरम पहुंचे थे। जहां से सांसद शशि थरूर उनके स्वागत करने के लिए मौजूद थे। इतना ही नहीं थरूर ने स्वागत से आगे बढ़कर मंच पर पीएम से हाथ भी मिलाया। इसके पहले भी कई ऐसे मौके देखने को मिले हैं जब थरूर मोदी ने मोदी की तारीफ की हो।

इससे पहले बीते संसद सत्र में शशि थरूर ने पीएम मोदी की तारीफ की थी। दरअसल थरूर ने मोदी सरकार के विदेश नीति को सही बताया। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत के तटस्थ रहने को थरूर ने उस दौरान गलत बताया था लेकिन बीते संसद सत्र में थरूर ने कहा कि उनका बयान गलत साबित हुआ है जबकि भारत की विदेश नीति सफल होती नजर आ रही है। जिसके बाद कांग्रेस सत्र के दौरान असहज हो गई थी।