Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल की आंशिक रूप से ध्वस्त सुरंग में फंसे आठ लोगों को बाहर निकालने का अभियान 16वें दिन भी जारी रहा और आज रेस्क्यू टीम को पहला शव मिला है। अधिकारियों ने बताया कि शव एक मशीन में फंसा हुआ था। इसमें केवल हाथ ही दिखाई दे रहा था। शव निकालने के लिए मशीन को काटने का काम जारी है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया, ‘हमें मशीन में एक शव फंसा हुआ मिला, जिसमें केवल हाथ दिखाई दे रहा था। बचाव दल फिलहाल फंसे हुए शव को निकालने के लिए मशीन को काट रहा है।’

राज्य के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया था कि स्निफर्स डॉग ने खास जगह पर तेज गंध का पता लगाया है। इससे पता चला कि वहां पर तीन लोग मौजूद हैं। वहां पर इकट्ठा हुए मलबे को साइड किया जा रहा था। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह शव उसी जगह पर मिला है या नहीं। रेड्डी ने शनिवार को घोषणा की कि फंसे हुए मजदूरों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए रोबोटिक तकनीक लाई गई है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि दुर्घटना स्थल पर अंतिम 70 मीटर के लिए रोबोट के इस्तेमाल पर संबंधित एजेंसी से चर्चा की गई और रोबोट को मंगलवार से लगाया जाएगा और आजमाया जाएगा, इसके अलावा अभी जो भी कोशिश की जा रही है, वे भी किए जाएंगे। बता दें कि खुदाई के दौरान छत गिरने के बाद 22 फरवरी से श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल प्रोजेक्ट सुरंग में आठ लोग फंसे हुए हैं। लापता लोगों में झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के चार मजदूर, दो इंजीनियर और दो मशीन ऑपरेटर शामिल हैं। इन सभी मजदूरों का रेस्क्यू ऑपरेशन एनडीआरएफ, इंडियन आर्मी, नौसेना, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसिया कर रही हैं।

अब रेस्क्यू में कुत्ते कैसे बनेंगे ‘संकटमोचक’

हादसे के 9वें दिन तेलंगाना रेवंत रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया था और हालात की जानकारी ली थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि जरूरत पड़ी तो रेस्क्यू में रोबोट की मदद ली जाएगी। भारतीय जनता पार्टी विधायकों ने भी टनल का दौरा किया था। पार्टी विधायकों ने आरोप लगाया कि हादसा सरकार के गलत प्रबंधन का ही नतीजा है। तेलंगाना की जिस टनल में फंसे मजदूर उसे लेकर 5 साल पहले ही मिली थी चेतावनी