आम आदमी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में करारी हार मिली, लेकिन उसके राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बीजेपी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक X हैंडल को चुराने का आरोप लगाया है। बता दें कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय के X हैंडल का नाम बदलकर अरविंद केजरीवाल एट वर्क (@Kejriwalatwork) कर दिया गया।

पूरे मामले का जिक्र करते हुए मनजिंदर सिरसा ने कहा, “यह सिर्फ दुरुपयोग नहीं है, यह चोरी है। यह सीएमओ कार्यालय से कुछ लेने जैसा है। एक्स हैंडल सीएमओ का है और फॉलोअर्स हासिल करने के लिए विज्ञापनों पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए हैं। अब अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के एक्स हैंडल का नाम बदलकर अपना कर लिया है। यह शीशमहल या सरकारी कार्यालय को अपने नाम पर पंजीकृत करने के बराबर है। अरविंद केजरीवाल ने सरकारी संपत्ति लूट ली है। यह भ्रष्टाचार का मामला है और इसकी जांच होनी चाहिए।”

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी इस मामले को उठाया है। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने सरकारी अकाउंट बदलकर उसे अपना अकाउंट बना लिया और यह सरकारी पैसों की सीधी लूट है। वीरेंद्र सचदेवा ने इसे डिजिटल लूट करार दिया। उन्होंने कहा कि हमने LG से मांग की है कि दिल्ली सरकार का आईटी विभाग तुरंत एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू करे।

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वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “दस साल के सत्ता काल में राशन कार्ड से शीशमहल घोटाले तक और ऑटो परमिट से शराब घोटाले तक ना जाने कितने ही घोटाले किए, पर आज जो नई डिजिटल लूट सामने आई है वह अभूतपूर्व है। शायद ही किसी निवर्तमान मुख्यमंत्री ने ऐसा कुछ किया हो। अपने घोटालों की सरकार के हारते ही अरविंद केजरीवाल डिजिटल लुटरे भी बन गये हैं।”

वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को एक पत्र भी लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि सीएमओ हैंडल सरकारी स्टाफ और सरकारी संसाधनों से प्रमोट किया गया। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इसे अपना निजी हैंडल बना लिया है और इसलिए इसकी जांच जरूरी है।