Mustafabad Election Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की प्रचंड जीत हुई है। बीजेपी की 48 सीटों पर जीत हुई है जबकि आम आदमी पार्टी महज 22 सीटें जीत सकी। मुस्तफाबाद विधानसभा सीट जो विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान चर्चा में रही, वहां से बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है। मुस्तफाबाद सीट इसलिए चर्चा में आई क्योंकि यहां से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को उम्मीदवार बनाया था।
वहीं भाजपा ने करावल नगर से विधायक रहे मोहन सिंह बिष्ट को उतारा था। मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी ने 17,578 वोटों से जीत दर्ज की। यहां पर बीजेपी की जीत आसान भी नहीं थी या यूं कहें यहां पर ओवैसी के उम्मीदवार मोहम्मद ताहिर हुसैन की वजह से ही बीजेपी को बड़ी जीत मिली।
दरअसल मुस्तफाबाद मुस्लिम बहुल सीट मानी जाती है। यहां पर 40 फ़ीसदी से अधिक मुस्लिम आबादी रहती है। मुस्तफाबाद से बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट को 85215 वोट मिले हैं जबकि आम आदमी पार्टी के आदिल अहमद खान को 67,637 वोट मिले। वहीं एमआईएम के मोहम्मद ताहिर हुसैन को 33,474 वोट मिले जबकि कांग्रेस के अली मेहंदी को 11763 वोट मिले। बीजेपी उम्मीदवार मोहनलाल बिष्ट की 17,578 वोटों से जीत हुई। आंकड़ों के साथ पता चलता है कि मुस्लिम वोट बंट गए। वैसे माना जाता है कि अगर ताहिर हुसैन को ना उतारा जाता तो उनके वोट आम आदमी पार्टी को ही जाते हैं और उसकी आसानी से जीत हो जाती।
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ताहिर हुसैन की वजह से बीजेपी को जीत मिली है, इस थ्योरी को पिछले चुनाव से भी बल मिलता है। दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के हाजी यूनिस को 98,850 वोट मिले थे जबकि जगदीश प्रधान को 78,146 वोट मिले थे। ऐसे में अगर इस बार भी ताहिर हुसैन के वोट आपको पड़े होते तो AAP करीब एक लाख वोट तक पहुंचती और बीजेपी के वोट में मामूली 7000 की ही वृद्धि हुई है। ऐसे में फिर भी आम आदमी पार्टी 10 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत जाती।
जब यहां पर चुनाव प्रचार चल रहा था तब भी ओवैसी पर आरोप लग रहे थे कि वह बीजेपी की मदद कर रहे हैं। दरअसल यहां पर विरोधी दलों को डर था कि ताहिर हुसैन के चुनाव लड़ने से मुस्लिम वोट बंटेगा और इसका फायदा बीजेपी को मिलेगा। आखिर में हुआ भी वही।