दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए चल रहे जोरदार प्रचार के बीच संसद पर हुए हमले के दोषी अफजल गुरु की एंट्री हो गयी है और इसे लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त लड़ाई शुरू हो गई है। बताना होगा कि दिल्ली में पिछले काफी लंबे वक्त से स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने की जानकारी सामने आ रही थी।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि उसने इस मामले में एक स्कूली छात्र को गिरफ्तार किया है और इस छात्र के द्वारा भेजे गए ई-मेल के पीछे बड़ी साजिश है। पुलिस ने कहा है कि जांच के दौरान यह पता चला है कि इस मामले में एक राजनीतिक दल से जुड़े एक एनजीओ की भूमिका है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि यह राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी है।

इस आरोप का आम आदमी पार्टी ने जोरदार जवाब दिया है और कहा है कि बीजेपी दिल्ली की कानून व्यवस्था के मामले में गंदी राजनीति कर रही है।

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हाल ही में दिल्ली में जब 23 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी वाला ई-मेल भेजा गया तो इस मामले में जांच के बाद दिल्ली पुलिस ने कहा था कि उन्हें 16 साल के एक छात्र से जुड़े कुछ सबूत मिले हैं। पुलिस का कहना है कि उसने मामले की जांच के दौरान इस नाबालिग के माता-पिता के बैकग्राउंड को चेक किया गया तो यह पता चला कि जहां इस लड़के के माता-पिता काम करते हैं, वहां पर एक एनजीओ का अच्छा असर है और इस एनजीओ के राजनीतिक दल से गहरे संबंध हैं।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर मधुप तिवारी ने कहा कि यह एनजीओ एक राजनीतिक दल की वकालत करता है। एनजीओ ने संसद पर हुए हमले में दोषी आतंकवादी अफजल गुरु की फांसी का विरोध किया था और इस राजनीतिक दल को वह कई मामलों में खुले तौर पर समर्थन देता है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर ढेर सारे सवाल भी खड़े होते हैं।

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पिछले साल 1 मई को 250 स्कूलों को ई-मेल भेजने के पीछे यही नाबालिग छात्र था और वह अब तक 400 से ज्यादा स्कूलों को इस तरह के ई-मेल भेज चुका है। पुलिस ने इस नाबालिग से एक लैपटॉप पर दो मोबाइल फोन भी जब्त किए थे।

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द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, पुलिस अफसर ने बताया कि छात्र ने इन ई-मेल को भेजने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) सर्विस का इस्तेमाल किया था। पुलिस अफसर ने बताया कि हमने लगभग 2000 आईपी एड्रेस को ट्रेस किया और फिर इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर की ओर से दी गई जानकारी के बाद इस छात्र के घर तक पहुंचे।

पुलिस के मुताबिक, तमाम गहरी तफ्तीश के बाद पता चला है कि इन फर्जी ई-मेल को भेजने के पीछे मकसद स्कूलों को डराना था और इस छात्र ने ऐसे दिनों में भी ई-मेल भेजे जब स्कूलों में एग्जाम नहीं हो रहे थे। अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इस नाबालिग छात्र ने अस्पतालों या एयरलाइंस को ई-मेल भेजे थे या नहीं।

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पुलिस के दावों के तुरंत बाद बीजेपी ने आप पर निशाना साधा। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “सवाल यह है कि क्या नाबालिग ने खुद ऐसा किया है या वह सिर्फ एक मोहरा है। पर्दे के पीछे उसके माता-पिता और एनजीओ की भूमिका है। जानकारी और तथ्यों से पता चलता है कि आम आदमी पार्टी न केवल ऐसे एनजीओ बल्कि अफजल गुरु की फांसी के मामले और राष्ट्र विरोधी कामों से भी जुड़ी है।”

बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली की सीएम आतिशी मार्लेना के माता-पिता ने अफजल गुरु की माफी याचिका का समर्थन किया था और इस मामले से इसका सीधा संबंध लगता है।

बीजेपी के आरोपों के जवाब में राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीजेपी पर दिल्ली की कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया है। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि हम लंबे समय से दिल्ली की कानून व्यवस्था के बारे में आवाज उठा रहे हैं लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार ने कोई काम नहीं किया और अब वह गंदी राजनीति पर उतर आई है।

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