Delhi Elections Results: दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम के बीच दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (General Administration Departmen) ने एक नोटिस जारी किया है। जिसमें अभिलेखों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई है। नोटिस में कहा गया है कि जीएडी की अनुमति के बिना कोई भी फाइल/दस्तावेज, कंप्यूटर हार्डवेयर आदि दिल्ली सचिवालय परिसर से बाहर न ले जाए। इसलिए यह निर्देश दिया जाता है कि दिल्ली सचिवालय में स्थित विभागों/कार्यालयों के अंतर्गत संबंधित शाखा प्रभारियों को उनके अनुभाग/शाखाओं के अंतर्गत अभिलेखों, फाइलों, दस्तावेजों, इलेक्ट्रॉनिक फाइलों आदि की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए जाएं।

बता दें, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हो गए हैं। पिछले 10 वर्षों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) को रुझानों में बड़ी हार का सामना करना पड़ा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी की बीते दो दशक बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी हो रही है। राजधानी की 70 विधानसभा सीटों पर मतगणना जारी है, इस बीच AAP की हार देखते हुए प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने एक नोटिस जारी किया है, जिसमें सरकारी दस्तावेजों और डाटा की सुरक्षा के मद्देनजर सचिवालय को पूरी तरह से सील करने का निर्देश दिया गया है।

दिल्ली में करीब 27 साल से ज़्यादा समय के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्ता में आती दिख रही है, वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आम आदमी पार्टी (आप) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शराब नीति और सार्वजनिक सेवा की तुलना में पैसे को प्राथमिकता देने के कारण पार्टी का पतन हुआ है।

2011 में हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से उभरी आप पार्टी 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए वोटों की गिनती में बीजेपी से पीछे चल रही है। चुनाव आयोग की वेबसाइट के रुझानों के अनुसार बीजेपी 48 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि आप 22 सीटों पर पिछड़ रही है।

आप के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा से हार स्वीकार कर ली है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपनी नई दिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा है।

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अपने रालेगण सिद्धि गांव में मीडिया से बात करते हुए अनना हजारे ने कहा कि शराब नीति के मुद्दे के साथ पैसा भी आया और वे इसमें डूब गए। आप की छवि खराब हुई। लोगों ने केजरीवाल को साफ-सुथरे चरित्र और फिर शराब के बारे में बात करते देखा।

बता दें, 2012 में जब केजरीवाल ने AAP का गठन किया था, तब हजारे ने खुद को उनसे दूर कर लिया था। उन्होंने निस्वार्थ सेवा को बनाए रखने में विफल रहने के लिए पार्टी की आलोचना की। उन्होंने कहा था कि पैसे ने आगे की सीट ले ली, जिससे AAP की छवि खराब हुई और इसकी हार हुई।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2021-22 के लिए दिल्ली आबकारी नीति में अनियमितताओं का आरोप लगाया है, जिसमें दावा किया गया है कि लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया। नवंबर 2021 में लागू की गई नीति को भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 में रद्द कर दिया गया था।

हजारे ने राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ अपने लंबे समय से चले आ रहे रुख को दोहराते हुए कहा कि मैं शुरू से ही कहता रहा हूं कि उम्मीदवार का चरित्र साफ और बेदाग होना चाहिए। उन्हें त्याग के गुणों को जानना चाहिए और अपमान सहने की क्षमता होनी चाहिए। ये गुण लोगों का विश्वास जीतते हैं। मैं यह कहता रहा, लेकिन वे नहीं समझे।

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