India-Pakistan Tension News: पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच टेंशन चल रही है। इस बीच, भारत की तरफ से पाकिस्तान पर एक्शन की बड़ी तैयारी चल रही है। प्रधानमंत्री मोदी लगातार बैठकें चल रही हैं। सोमवार को भी पीएमओ में कई मीटिंग हुईं। वहीं रूस ने भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूर्ण समर्थन देने की पेशकश की है। आइए अब जानते हैं कि अब तक क्या-क्या हुआ।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी को कॉल किया और पहलगाम में हुए आंतकी हमले की कड़ी निंदा की है। इतना ही नहीं उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को पूरा समर्थन देने की बात कही। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी देते हुए कहा कि पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि इस जघन्य हमले के दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी से सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी एनएसए अजीत डोभाल और रक्षा सचिव, गृह सचिव व पीएमओ के अन्य अधिकारियों ने भी मुलाकात की। इनमें से एक बैठक रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह के साथ हुई और दोनों ने सशस्त्र बलों की युद्ध संबंधी तैयारियों पर चर्चा की। इससे एक दिन पहले वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भी पीएम मोदी से मुलाकात की।

 पहलगाम हमले में शामिल 4 आतंकियों में से दो थे कश्मीरी

शनिवार को नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने पीएम मोदी को अरब सागर के महत्वपूर्ण समुद्री रास्तों की पूरी स्थिति से अवगत कराया था। बता दें कि पाकिस्तान के नौसैन्य अभ्यास के मद्देनजर भारतीय नौसेना अरब सागर में हाई अलर्ट पर है, वहीं इंडियन एयर फोर्स के अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू विमान लंबी दूरी की उड़ानें भर रहे हैं।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव (India-Pakistan Tension) के बीच नए खतरों को देखते हुए गृह मंत्रालय ने कई राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने को कहा है। इस मॉक ड्रिल में असल हालात जैसे दृश्य पेश किए जाएंगे, मसलन हवाई हमले के सायरन बजेंगे, शहरों की बिजली बंद की जाएंगी, आम लोग शरण लेने का अभ्यास करेंगे और आपातकालीन सेवाएं तुरंत हरकत में आएंगी।

भारत ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद न केवल सिंधु जल संधि को स्थगित किया, बल्कि पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और अटारी बॉर्डर को बंद करने जैसे सख्त कदम उठाए। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी ने सेनाओं को जवाबी कार्रवाई के लिए समय, लक्ष्य और तरीके तय करने की पूरी स्वतंत्रता दी है। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस तरफ इशारा किया कि आतंकवाद के समर्थकों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। UN प्रमुख ने दोनों देशों को दी ये सलाह