अब वैष्णो देवी तीर्थ स्थल की सुरक्षा व्यवस्था और हाई टेक हो गई है। जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को माता वैष्णो देवी तीर्थ स्थल पर AI पॉवर्ड सर्विलांस सिस्टम का उद्घाटन किया। वैष्णो देवी मंदिर के लिए सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम का उद्घाटन करते हुए मनोज सिन्हा ने कहा कि अत्याधुनिक तकनीक, रियल टाइम निगरानी और भीड़ प्रबंधन के साथ यह व्यवस्था सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करेगी।

इस प्रणाली में AI पॉवर्ड एनालिटिक्स और फेशियल रिकॉग्निशन पहचान, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान (ANPR), चेहरे की पहचान, घुसपैठ का पता लगाने वाली प्रणाली और भीड़ प्रबंधन उपकरण जैसी विशेषताएं हैं। कटरा में स्थित एक इंटीग्रेटेड कमांड और नियंत्रण केंद्र (ICCC) और तीर्थयात्रा मार्ग के साथ सात उप-नियंत्रण केंद्र स्थानीय निगरानी और समन्वय के लिए स्थापित किए गए हैं। ये सभी संवेदनशील और हाई ट्रैफिक क्षेत्रों की 24×7 निगरानी सुनिश्चित करते हैं। इसके अलावा भीड़ की जानकारी, सुरक्षा उल्लंघनों और चिकित्सा आपात स्थितियों के लिए तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं।

एक बयान में कहा गया है कि मंदिर क्षेत्र में 700 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें 170 नए हाई-डेफिनिशन कैमरे और 500 से अधिक मौजूदा कैमरों का इंटीग्रेशन शामिल है। ये सभी महत्वपूर्ण और संवेदनशील स्थानों को कवर करते हैं। मनोज सिन्हा ने कहा कि एआई-संचालित प्रणाली सुरक्षा को और पुख्ता करेगी और मंदिर क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण उपायों और परिचालन दक्षता में सुधार करेगी।

वैष्णो देवी में सुरक्षा हुई पहले से और सख्त, 700 सीसीटीवी से यात्रियों के चेहरे की होगी पहचान

श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने ICCC की तकनीकी विशेषताओं और मंदिर के डेली कामकाज में अपेक्षित लाभों पर एक प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र भीड़, रास्तों में ट्रैफिक, भूस्खलन या अन्य आपात स्थितियों के लिए ऑटोमैटिक अलर्ट देने में सक्षम है, जिससे त्वरित निर्णय लेने और प्रतिक्रिया करने में मदद मिलती है।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्र में इंजीनियरों और परिचालन कर्मचारियों के साथ बातचीत की, और केंद्र की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए कर्मचारियों के नियमित प्रशिक्षण और सुरक्षा एजेंसियों और अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने हाल ही में यात्रा प्रबंधन के लिए तैनात सुरक्षा एजेंसियों को सुरक्षा उपकरण प्रदान किए हैं। इनमें एक्स-रे बैगेज स्कैनर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, हैंड-हेल्ड मेटल डिटेक्टर और अंडर-व्हीकल सर्च मिरर/स्कैनर शामिल हैं। ऐसा इसलिए ताकि तीर्थ क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई जा सके। यह उपराज्यपाल के निर्देश पर पिछले वर्ष की गई संयुक्त सुरक्षा समीक्षा के संबंध में किया गया है।