Banglore Stampede: बेंगलुरु भगदड़ के बाद कर्नाटक सरकार एक्शन में आ गई है, सीएम सिद्धारमैया ने बताया है कि तत्काल प्रभाव से कमिश्नर-ACP-DCP समेत कई अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इस एक हादसे के बाद से ही राज्य सरकार निशाने पर थी, मिसमैनेजमेंट को लेकर कई सवाल उठ रहे थे। अब उन सवालों के बीच कर्नाटक सरकार ने यह बड़ा कदम उठाया है।

इस बारे में सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन के पुलिस इंस्पेक्टर, स्टेशन हाउस मास्टर, स्टेशन हाउस ऑफिसर, एसीपी, सेंट्रल डिवीजन डीसीपी, क्रिकेट स्टेडियम प्रभारी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, पुलिस कमिश्नर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। अब जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले आरसीबी पर भी FIR दर्ज हो चुकी है। इसी भगदड़ हादसे को लेकर टीम मैनेजमेंट के खिलाफ एक्शन हुआ है।

भगदड़ मामले में गंभीर ने RCB को भी ‘लपेटा’

बताया जा रहा है कि कम्युनिकेशन गैप, जरूरत से ज्यादा भीड़ और फैन्स की अति उत्सुकता की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ है। सीएम सिद्धारमैया ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि भीड़ जरूरत से ज्यादा आ गई थी, जितना सोचा गया था उससे कई अधिक लोग पहुंचे थे। इसी वजह से 11 लोगों की दर्दनाक मौत हुई और कई घायल हो गए। इस मामले में कर्नाटक हाई कोर्ट में भी अहम सुनवाई हुई है।

वैसे बीजेपी ने तो अभी से ही इस हादसे के लिए पूरी तरह कांग्रेस को जिम्मेदार माना है। यहां तक दावे हो रहे हैं कि जिस समय स्वागत समारोह चल रहा था, बाहर लोग भगदड़ में मर रहे थे। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने तो इसे हत्या तक बता दिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि बेंगलुरू में एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में लोगों की जो दुखद मृत्यु हुई। यह राज्य प्रायोजित हत्या है। यह राज्य प्रोत्साहित हत्या है। पुलिस का बंदोबस्त कहां था? एक तरफ लोगों की मौत हो रही थी और दूसरी तरफ जश्न चलता रहा। एंबुलेंस भी नहीं थी। सामान्य व्यवस्थाएं भी नहीं थी। यह मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और राज्य के गृह मंत्री के स्तर पर बहुत बड़ी चुक हुई है। उनका तुरंत प्रभाव से इस्तीफा होना चाहिए।

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