तीन साल के एक बच्चे द्वारा आंगनबाड़ी में उपमा की जगह बिरयानी और चिकन फ्राई की मांग करने वाला वीडियो वायरल होने के महीनों बाद, केरल सरकार ने मंगलवार को राज्य के चाइल्ड केयर संस्थानों के भोजन मेनू में संशोधन कर दिया।
वीडियो में थ्राजुल एस शंकर नाम का एक छोटा बच्चा अपनी मां से कहता हुआ दिख रहा है, “मुझे आंगनबाड़ी में उपमा की जगह बिरयानी और चिकन फ्राई चाहिए।” शंकु, जिसे थ्राजुल (Thrajul) के नाम से जाना जाता है, की यह फरमाइश तब रिकॉर्ड की गई जब उसकी मां ने उसे घर पर बिरयानी परोसी। यह वीडियो मां ने फरवरी में इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर खूब शेयर हुआ।
राज्य की स्वास्थ्य, महिला और बाल कल्याण मंत्री वीना जॉर्ज ने भी इस वीडियो को साझा किया था और कहा था कि सरकार शंकु के सुझावों पर विचार करेगी और आंगनबाड़ियों के भोजन मेनू में बदलाव लाएगी। मंगलवार को पठानमथिट्टा जिले में आंगनबाड़ियों के नए शैक्षणिक वर्ष का उद्घाटन करते हुए मंत्री वीना जॉर्ज ने संशोधित मेनू का खुलासा कर अपने वादे को निभाया।
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उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब आंगनबाड़ियों में एकीकृत मेनू लागू किया जा रहा है। विभिन्न स्तरों पर विचार-विमर्श के बाद मेनू को फिर से बदला गया है। इसमें अंडा बिरयानी और पुलाव शामिल किए गए हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए चीनी और नमक की मात्रा को कम कर भोजन को संतुलित किया गया है। नाश्ते, दोपहर के भोजन और सामान्य भोजन जैसे पूरक पोषण को भी संशोधित किया गया है। दूध और अंडे, जो पहले हर दो दिन में दिए जाते थे, अब सप्ताह में तीन बार दिए जाएंगे।”
केरल में लगभग 33,000 आंगनबाड़ियां हैं। 2022 में राज्य सरकार ने इन संस्थानों के माध्यम से बच्चों को दूध और अंडा प्रदान करने की योजना शुरू की थी। हाल ही में राज्य सरकार ने सभी आंगनबाड़ियों को अध्ययन कक्ष, विश्राम कक्ष, रसोई, स्टोर रूम, डाइनिंग रूम, हॉल, उद्यान और इनडोर तथा आउटडोर खेल क्षेत्रों से युक्त “स्मार्ट आंगनवाड़ी” में बदलने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। इसके साथ ही, सरकार ने आंगनबाड़ी शिक्षकों—जिनमें से 95% महिलाएं हैं—के वेतन में भी संशोधन किया है।