Magh Purnima Snan: महाकुंभ मेला क्षेत्र बुधवार को माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व के लिए पूरी तरह तैयार है। माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए ढाई करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। वहीं, एक महीने का कल्पवास पूर्ण होने के साथ ही श्रद्धालुओं की वापसी से भी भीड़ बढ़ने की उम्मीद है। स्नान के साथ कल्पवास समाप्त होने पर कल्पवासी अपने घरों की ओर प्रस्थान करेंगे। इसे देखते हुए प्रशासन ने सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के लिए अलर्ट मोड में काम शुरू कर दिया है।

11 फरवरी को सुबह चार बजे से मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, श्रद्धालुओं के निजी और सार्वजनिक वाहनों को पार्किंग में खड़ा किया जा रहा है, ताकि शहर में यातायात व्यवस्था बनी रहे और श्रद्धालु पैदल स्नान घाटों तक आसानी से पहुंच सकें। इसके साथ ही, 11 फरवरी की शाम पांच बजे से पूरे प्रयागराज को भी ‘नो व्हीकल जोन’ घोषित कर दिया गया है, केवल आपातकालीन सेवाओं को इस प्रतिबंध से छूट दी जा रही है। यह यातायात योजना 12 फरवरी तक पूरे दिन लागू रहेगी ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित हो सके। कल्पवास कर रहे श्रद्धालुओं के वाहनों पर भी यह नियम लागू रहेगा।

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स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए महाकुंभ क्षेत्र सहित पूरे शहर और मंडल के सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। कुल 133 एंबुलेंस तैनात की गई हैं, जिनमें 125 सामान्य एंबुलेंस, सात नदी एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस शामिल हैं। डॉक्टर गौरव दुबे के अनुसार, माघी पूर्णिमा स्नान के दौरान 2,000 से अधिक चिकित्सा कर्मी तैनात रहेंगे। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में 700 से अधिक डॉक्टर अलर्ट पर रहेंगे, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।

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छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, प्रयागराज के सभी बोर्ड के विद्यालयों में कक्षाएं निलंबित कर दी गई हैं। परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं चला सकते हैं। स्कूलों में किसी तरह की गतिविधि नहीं हो सकेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघी पूर्णिमा स्नान पर संत-महात्माओं और श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दी। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में अब तक 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी स्नान किया है। योगी ने कहा, “अब माघी पूर्णिमा स्नान का पावन अवसर है, जब एक महीने का कल्पवास समाप्त होता है।”

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर माघी पूर्णिमा स्नान के लिए तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने यातायात और भीड़ प्रबंधन के लिए दिशा-निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने भ्रामक सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।