Mahakumbh Mela 2025 Prayagraj (कुंभ मेला 2025) Live Updates: पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के स्नान के शांतिपूर्ण संपन्न होने के बाद प्रयागराज के महाकुंभ मेले में आस्था की लहर जारी है। देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु संगम तट पर पहुंचकर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर रहे हैं। कल्पवासियों, साधु-संतों और श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट पर आस्था और विश्वास का अद्भुत नजारा पेश कर रही है। प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखते हुए स्वच्छता और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था कर रहा है, ताकि हर व्यक्ति के अनुभव को स्मरणीय बनाया जा सके। महाकुंभ मेले में पवित्र स्नान कर चुके करोड़ों श्रद्धालु इसे अपने जीवन का सौभाग्य मान रहे हैं। साधु-संतों का संतोष और उनके द्वारा दिया गया आशीर्वाद स्वच्छता कर्मियों के उत्साह को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है।
क्यों खास है यह महाकुंभ?
महाकुंभ केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए आध्यात्मिक उन्नति का अवसर भी है। इस लेख में हम जानेंगे कि क्यों यह महाकुंभ अन्य कुंभ मेलों से अलग और महत्वपूर्ण है। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
महाकुंभ में कैसा है कल्पवासियों का जीवन?
प्रयागराज के महाकुंभ मेले में सभी के आकर्षण का केंद्र बनी एप्पल के सह संस्थापक दिवंगत स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स को उनके गुरू स्वामी कैलाशानंद ने नया हिंदू नाम दिया है ‘कमला’। अरबपति महिला कारोबारी लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने विश्व के इस सबसे बड़े धार्मिक समागम में कल संगम में डुबकी लगायी थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
प्रयागराज महाकुंभ में एक बाबा द्वारा यूट्यूबर को चिमटे से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो को लेकर लोग तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं। जब बाबा से इस घटना की वजह पूछी गई, तो उन्होंने बताया कि यूट्यूबर उनकी साधना और तप क्रिया को गलत तरीके से पेश कर रहा था। इसी कारण उन्होंने उसे यह सजा दी।
महाकुंभ मेला वास्तव में भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक समृद्धि का प्रमाण है। साध्वी भगवती सरस्वती ने सनातन धर्म के सार और वसुधैव कुटुम्बकम के संदेश को खूबसूरती से उजागर किया। दुनिया एक परिवार है। यह दिव्य आयोजन न केवल लोगों को आस्था और भक्ति में एकजुट करता है बल्कि दुनिया को शांति और सद्भाव का एक शक्तिशाली संदेश भी देता है।
एयर इंडिया महाकुंभ के लिए यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी और प्रयागराज के बीच अस्थायी रूप से दैनिक उड़ानें संचालित करेगी। मंगलवार को एक विज्ञप्ति में, एयरलाइन ने कहा कि वह 25 जनवरी से 28 फरवरी तक इस रूट पर उड़ानें संचालित करेगी। विज्ञप्ति में कहा गया है, “दोनों दिशाओं में सुविधाजनक दिन के समय प्रस्थान के साथ, उड़ानें दिल्ली के माध्यम से भारत के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण पूर्व एशिया के कई देशों में यात्रा करने वाले ग्राहकों को निर्बाध कनेक्शन प्रदान करेंगी।” एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के पास प्रयागराज को जोड़ने वाली नियमित सेवाएं नहीं हैं। पिछले महीने, स्पाइसजेट ने घोषणा की कि वह महाकुंभ मेले के लिए प्रयागराज को दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और अहमदाबाद से जोड़ने वाली दैनिक विशेष उड़ानें संचालित करेगी। ये सेवाएं 12 जनवरी से 28 फरवरी तक उपलब्ध रहेंगी। इंडिगो और अकासा एयर भी विभिन्न शहरों से प्रयागराज के लिए उड़ानें संचालित करते हैं।
कड़ाके की ठंड के बीच तीसरे दिन का उत्सव शुरू हुआ। कड़ाके की ठंड को झेलते हुए, ऊर्जा और उत्साह से भरे श्रद्धालु बुधवार को महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने के लिए त्रिवेणी संगम पर एकत्र हुए। ‘हर हर महादेव’, ‘जय श्री राम’ और ‘जय गंगा मैया’ के नारे लगाते हुए श्रद्धालुओं ने हाड़ कंपा देने वाले जल में डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के निवासी 62 वर्षीय निबर चौधरी ने कहा, “मैंने पहली बार संगम में डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद, मैं वास्तव में तरोताजा महसूस कर रहा था।”