देशभर की 68 प्रतिष्ठित हस्तियों को मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया। इनमें भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर, डांसर शोभना चंद्रकुमार, अभिनेता अनंत नाग और प्रतिष्ठित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की कुलपति सोनिया नित्यानंद शामिल हैं। 25 जनवरी को 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कुल 139 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को देश के नागरिक पुरस्कारों (पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री) के लिए नॉमिनेट किया गया था।

राष्ट्रपति ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित अन्य की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन में दूसरे नागरिक अलंकरण समारोह में 68 चुने हुए लोगों को पुरस्कार प्रदान किए। 28 अप्रैल को पहले अलंकरण समारोह के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने 71 हस्तियों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए थे।

मंगलवार को राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू ने जस्टिस (रिटायर्ड) खेहर को सार्वजनिक मामलों के लिए देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया। जबकि दिवंगत कथक डांसर कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया और दिवंगत प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा को भी पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।

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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने समारोह के दौरान 9 पद्म भूषण (तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान) भी प्रसिद्ध हस्तियों को प्रदान किया। इनमें डांसर और अभिनेता शोभना चंद्रकुमार, व्यवसायी नल्ली कुप्पुस्वामी चेट्टी, आर्कियोलॉजिस्ट कैलाश नाथ दीक्षित, डांसर जतिन गोस्वामी, अभिनेता अनंत नाग और साध्वी ऋतंभरा शामिल थीं। अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और लोकसभा अध्यक्ष रहे मनोहर जोशी को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।

पद्मश्री पाने वालों में प्रमुख इम्यूनोलॉजिस्ट और केजीएमयू के कुलपति नित्यानंद, फुटबॉलर इनिवलाप्पिल मणि विजयन, गायिका अश्विनी भिडे देशपांडे, अभिनेता अशोक लक्ष्मण सराफ, मास्क मेकर रेबा कांता महंत, संगीतकार रिकी ज्ञान केज, प्रसिद्ध थिएटर कलाकार और अभिनय प्रशिक्षक बैरी जॉन, लोक संगीतकार और प्रसिद्ध पराई वादक वेलु आसन, व्यवसायी सज्जन भजनका, डॉ. नीरजा भटला, वैज्ञानिक अजय वी भट्ट, लेखक संत राम देसवाल, आध्यात्मिक नेता आचार्य जोनास मेजेटी और फारूक अहमद मीर शामिल हैं।

ये पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और सिविल सेवा जैसे विभिन्न विषयों और क्षेत्रों में दिए जाते हैं। पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है। पद्म भूषण उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए और पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है।

2014 में जब से नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई है, तब से उसने पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करके गुमनाम नायकों को सम्मानित करना शुरू कर दिया है। इस प्रकार पद्म पुरस्कारों को ‘लोगों के पद्म’ में बदल दिया है। इस वर्ष, 30 गुमनाम नायकों को पद्म पुरस्कार दिए गए। 1954 में स्थापित इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है।

जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। महिलाओं, समाज के कमजोर वर्गों, अनुसूचित जातियों और जनजातियों, दिव्यांग व्यक्तियों में से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान करने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं जिनकी उपलब्धियाँ वास्तव में मान्यता के योग्य हैं और जो समाज के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे हैं।