Navy Officer Vinay Narwal: पहगाम आतंकी हमले में नेवी ऑफिसर विनय नरवाल भी शहीद हुए। वे अपनी पत्नी के साथ छुट्टी मनाने आए थे, शादी को भी कुछ ही दिन हुए थे। लेकिन किस्मत शायद कुछ और मंजूर था और विनय मात्र 26 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह चले गए। आज विनय को भावभीनी विदाई पूरी नौसेना ने दी है,लेकिन आंखों में आंसू उनकी पत्नी का वीडियो देख आ रहे हैं। चेहरे पर गर्व का अहसास है, लेकिन पति को हमेशा के लिए खोने का दर्द भी दिख रहा है।

वीडियो में दिख रहा है कि विनय की पत्नी सभी नौसेना अधिकारियों को कह रही हैं कि आप सभी को इन पर गर्व करना चाहिए, रोज गर्व करना चाहिए, मुझे इन पर बहुत गर्व है। ये सब बोलते-बोलते कई बार विनय की पत्नी बिलख-बिलख कर रोईं हैं। वे अपने शहीद पति के पार्थिव शरीर से लगातार लिपटती रहती हैं, बार-बार अपना सिर उनके सम्मान में झुकाती हैं। कई लोग उन्हें संभालने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनका दुख अपार है, उनका दर्द असहनीय है।

पहलगाम आतंकी हमले की LIVE UPDATES

वे भावुक होकर बोल रही हैं- उनकी वजह से ही इस समय सबकुछ ठीक है, हमे रोज उन पर गर्व करना चाहिए, आप सभी को रोज उन पर गर्व करना चाहिए। ये गर्व का भाव ही बताने के लिए काफी है कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भारत के एक बहादुर सपूत थे, वे देश की और ज्यादा सेवा करना चाहते थे, लेकिन उनकी जिंदगी को एक आतंकी हमले ने छोटा कर दिया।

#WATCH | Delhi | Indian Navy Lieutenant Vinay Narwal’s wife bids an emotional farewell to her husband, who was killed in the Pahalgam terror attackThe couple got married on April 16. pic.twitter.com/KJpLEeyxfJ

विनय और हिमांशी की शादी इसी साल 16 अप्रैल को मसूरी में हुई थी, 19 अप्रैल को उनका ग्रैंड रिसेप्शन भी हुआ था। रिसेप्शन के दो दिन बाद ही वे अपने हनीमून के लिए जम्मू-कश्मीर रवाना हो गए थे। लेकिन बुधवार को पहलगाम में आतंकियों की गोली से पत्नी हिमांशी तो बच गईं, लेकिन पति विनय अपनी जान गंवा बैठे। इस समय उनका पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। विनय अपने माता-पिता के एकलौते बेटे थे। कुछ दिन पहले ही उन्होंने बेटे की धूमधाम से शादी की थी। अब वो खुशनुमा माहौल गम में बदल चुका है, जश्न की जगह आंखें नम हैं।

लेकिन ये पहलगाम आतंकी हमले की सिर्फ एक कहानी है, जितने लोग मरे हैं, सभी की अपनी एक कहानी है, सभी के अपने बड़े संघर्ष है। सभी के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है। इस एक हमले ने कई परिवारों को हमेशा के लिए उजाड़ दिया है, उन्हें एक ऐसा गम दिया है जो शायद अब कभी मिट ना पाए।

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