Meat Shops Closed In Delhi: दिल्ली में कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। कुछ दिन पहले ही मंत्री कपिल मिश्रा ने साफ कहा था कि कांवड़ रूट पर मीट की दुकानें बंद रहेंगी। अब एमसीडी ने इसे लेकर एक बयान दिया है, जोर देकर कहा गया है कि उनके पास ऐसी कोई ताकत नहीं है कि वे किसी को बोल सकें कि दुकान अपनी बंद कर लें। असल में एमसीडी का कहना है कि Delhi Municipal Corporation (DMC) Act, 1957 के तहत उनके पास ऐसी कोई ताकत नहीं है।
एमसीडी हाउस में एक जारी बयान के जरिए इस मुद्दे पर विस्तार से बताया गया है। कहा गया है कि ऐसा कानून नियम नहीं है जिसके तहत मीट की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया जा सके। लेकिन पिछले कुछ सालों में इतना जरूर हुआ है कि दुकानदारों ने खुद ही किसी ऐसी यात्रा के दौरान अपनी दुकानों को बंद किया है। अभी के लिए एमसीडी अधिकारी इतना जरूर सुनिश्चित करेंगे कि कांवड़ यात्रा के दौरान जो भी मीट की दुकानें पड़ेंगी, वे ठीक तरीके से कवर रहें।
सरकारी कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज!
इसके ऊपर एमसीडी के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी यह है कि अवैध तरीके से मीट की बिक्री ना हो, सड़कों पर खुले में उन्हें ना बेचा जाए। एमसीडी मेयर ने भी इसी बात को दोहराया है, उनका कहना है कि हम अपनी तरफ से प्रार्थना जरूर करेंगे कि दुकानदार अपनी इच्छा से मीट की दुकानों को बंद कर लें। वैसे सदन के नेता प्रवेश वाही ने जरूर बोल दिया है कि जितनी भी मीट की अवैध दुकानें हैं, उनके खिलाफ एक्शन होगा। जो भी लीगल दुकानें होंगी, उनसे अपील की जाएगी कि कांवड़ रूट पर वे इन्हें बंद कर लें।
अब जानकारी के लिए बता दें कि हर साल जब कांवड़ यात्रा शुरू होती है, मीट की दुकानों को लेकर विवाद भी छिड़ जाता है। बात चाहे दिल्ली की हो या फिर उत्तर प्रदेश की, मीट की दुकानों को लेकर तनाव रहता है। यूपी में भी इसे लेकर सख्त निर्देश पहले से ही जारी हैं, अब दिल्ली में भी रेखा सरकार ऐसा ही चाहती है।
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