Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से पार्टी के अंदर भारतीय जनता पार्टी के सपोर्टर के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। दिग्विजय सिंह का यह बयान राहुल गांधी द्वारा गुजरात में कांग्रेस की संगठनात्मक कमजोरी के बारे में कहे गए बयान के एक दिन बाद आया है। पार्टी गुजरात में करीब 30 सालों से सत्ता से बाहर है।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘मैं राहुल गांधी को उनके बयान के लिए बधाई देता हूं। मुझे याद है मैं जब एमपी के मुख्य मंत्री के रूप में गुजरात में प्रचार करने गया था तब मुझे निर्देश दिए गए थे कि मैं आरएसएस के खिलाफ ना बोलूं। हिंदू नाराज हो जाएंगे। संघ हिंदुओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता। वह केवल धर्म के नाम से हिंदुओं को गुमराह कर उनका शोषण करता है। हिंदुओं के धर्मगुरु शंकराचार्य की हजारों वर्षों की स्थापित परंपरा है वह आज भी कायम है। उनमें से कौन से शंकराचार्य हैं जो आज बीजेपी के समर्थक हैं? भाजपा शोषक तत्वों का समूह है जिसका एक मात्र उद्देश्य है लोगों को धर्म के नाम पर लूट कर सत्ता हासिल करना।’

राहुल गांधी ने शनिवार को अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग जनता से कटे हुए हैं और उनमें से आधे बीजेपी के साथ मिले हुए हैं। राहुल गांधी ने कहा, ‘गुजरात का नेतृत्व, गुजरात के कार्यकर्ता, गुजरात के जिला अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, इनमें दो तरह के लोग हैं, विभाजन है। एक लोगों के साथ खड़ा है, लोगों के लिए लड़ता है, लोगों का सम्मान करता है और उसके दिल में कांग्रेस पार्टी की विचारधारा है। दूसरा वह है जो लोगों से कटा हुआ है, दूर बैठता है, लोगों का सम्मान नहीं करता है और उनमें से आधे भाजपा के साथ मिले हुए हैं। जब तक हम इन दोनों को अलग नहीं करेंगे, गुजरात के लोग हम पर विश्वास नहीं कर सकते।’ पूरी खबर पढ़ने के लिये यहां क्लिक करें…

भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी के बयान को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें पहले यह समझना चाहिए कि पार्टी की हार के लिए वे ही जिम्मेदार हैं। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के आधे से ज्यादा नेता बीजेपी के साथ मिले हुए हैं, जबकि उन्होंने अपनी पार्टी को 90 से ज्यादा चुनावों में हराया है। इस लिहाज से वे बीजेपी की सबसे बड़ी संपत्ति हैं।’ इतना ही नहीं पूनावाला ने कहा कि उन्होंने कहा कि रेस के घोड़ों को बारात में लगा दिया गया। उन्होंने पूछा कि क्या यह मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व पर सवाल था? क्या राहुल गांधी खड़गे की कुर्सी पर नजर गड़ाए हुए हैं?