ऑपरेशन सिंदूर के बाद सीडीएस अनिल चौहान ने सिंगापुर में पहला इंटरव्यू दिया। इसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की डिटेल दी, उनके बयानों से संकेत मिला कि उस सैन्य कार्रवाई में थोड़ा नुकसान भारत को भी हुआ। लेकिन सीडीएस अनिल चौहान ने सिंगापुर की धरती से स्पष्ट कर दिया कि नुकसान से ज्यादा जरूरी यह समझना है कि भारत ने कैसे कमबैक किया और पाकिस्तान के अंदर घुसकर उसके एयरबेस को तबाह किया। अब जानकार सीडीएस अनिल चौहान के इस इंटरव्यू का एक अहम हिस्सा मानते हैं।

बीबीसी से बातचीत में डिफेंस एक्सपर्ट उदय भास्कर ने कहा कि सीडीएस अनिल चौहान ने जो भी कुछ बोला है। वह बिल्कुल सही कहा है। हम इस चीज का सामना किस तरह से करते हैं। यह ज्यादा अहम है। उनके बयान को ध्यान से देखने के बाद यह पता चलता है कि हमने किस तरह से खामियों पर कंट्रोल कर लिया। इतना ही नहीं उदय भास्कर ने एयर मार्शल एके भारती की प्रेस ब्रीफिंग का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि एयर मार्शल भारती ने कहा कि था नुकसान तो होगा लेकिन हमें अपना मकसद देखना होगा।

सीडीएस अनिल चौहान के इंटरव्यू के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘सिंगापुर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ द्वारा दिए गए इंटरव्यू के बाद कुछ बहुत महत्वपूर्ण सवाल हैं, जो पूछे जाने चाहिए। ये सवाल तभी पूछे जा सकते हैं, जब संसद का विशेष सत्र तुरंत बुलाया जाए। मोदी सरकार ने देश को गुमराह किया है। युद्ध का कोहरा अब छंट रहा है।’

‘गुमराह कर रही सरकार

खड़गे ने सवाल करते हुए कहा, ‘हमारे वायुसेना के पायलट दुश्मन से लड़ते हुए अपनी जान जोखिम में डाल रहे थे। हमें कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन हमारे पायलट सुरक्षित हैं। सीडीएस के इंटरव्यू के अनुसार, हमने इसे बनाया, इसे ठीक किया, इसे ठीक किया और फिर दो दिनों के बाद इसे फिर से लागू किया और अपने सभी जेट विमानों को फिर से लंबी दूरी तक निशाना बनाते हुए उड़ाया। हम उनके दृढ़ साहस और बहादुरी को सलाम करते हैं। हालांकि, एक व्यापक रणनीतिक समीक्षा समय की मांग है। कांग्रेस पार्टी कारगिल समीक्षा समिति की तर्ज पर एक स्वतंत्र विशेषज्ञ समिति द्वारा हमारी रक्षा तैयारियों की व्यापक समीक्षा की मांग करती है ।’

खड़गे ने आगे कहा, ‘अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध विराम कराने के अपने दावे को फिर से दोहराया है। यह शिमला समझौते का सीधा अपमान है। ट्रंप के बार-बार के दावों और अमेरिकी वाणिज्य सचिव द्वारा अमेरिका के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार न्यायालय में दायर हलफनामे को स्पष्ट करने के बजाय, प्रधानमंत्री मोदी चुनावी तूफान में हैं, हमारे सशस्त्र बलों की वीरता का व्यक्तिगत श्रेय ले रहे हैं, उनकी बहादुरी के पीछे छिप रहे हैं और सहमत संघर्ष विराम की रूपरेखा को चकमा दे रहे हैं, जिसकी घोषणा विदेश सचिव ने 10 तारीख को ट्रंप के ट्वीट के बाद की थी।’

भारतीय जनता पार्टी के सहयोगियों ने मोदी सरकार का बचाव किया है। विपक्ष पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता अजय आलोक ने कहा कि हमारे सीडीएस ने साफ तौर पर पाकिस्तान के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया कि उसने हमारे 6 जेट्स मार गिराए। हालांकि, हमारे विपक्ष को यह सुनकर संतोष नहीं रहेगा। विपक्षी दलों को इस बात में ज्यादा इंटरस्ट है कि हमारे कितने जेट्स गिरे। जेडीयू नेता राजीव रंजन ने भी विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें अपने रवैये पर विचार करना चाहिए और ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी पर सवाल नहीं उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया और 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया। यह भारत की एक बहुत ही बड़ी जीत है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सेना का 15% वक्त फर्जी खबरों से लड़ने में बर्बाद हो गया