Blood Moon March 2025: होली के मौके पर आकाश में आपको एक बेहतरीन और शानदार नजारा देखने को मिल सकता है क्योंकि 14 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण होने जा रहा है। इस दौरान लोग ब्लड मून भी देख सकेंगे। क्या है ब्लड मून, इसे कहां, कब और कैसे देख सकते हैं?

ब्लड मून का मतलब यह है कि इस दौरान चंद्रमा का रंग गहरा लाल हो जाता है।

ब्लड मून होने की घटना का कोई बड़ा खगोलीय महत्व नहीं है लेकिन जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया में आ जाता है तो इसके सूर्योदय और सूर्यास्त से कुछ प्रकाश चंद्रमा की सतह पर पड़ता है। प्रकाश की यह तरंगें चंद्रमा पर फैल जाती हैं और इस वजह से चंद्रमा गहरे लाल रंग का दिखाई देता है और इसलिए इसे ब्लड मून कहा जाता है।

होली पर साल का पहला चंद्र ग्रहण, किस समय लगेगा यह ग्रहण?

ब्लड मून होने की यह खगोलीय घटना उत्तर और दक्षिण अमेरिका, पश्चिमी अफ्रीका और यूरोप के कुछ हिस्सों में देखी जा सकेगी। भारत में इस खगोलीय घटना को इसलिए नहीं देखा जा सकेगा क्योंकि यह ग्रहण दिन के समय होगा। हालांकि परेशान होने की बात नहीं है क्योंकि अगर आपके क्षेत्र में ब्लड मून नहीं दिखाई दे रहा है, तो आप इसे ऑनलाइन लाइवस्ट्रीम के माध्यम से देख सकते हैं।

भारतीय समय के मुताबिक, पूर्ण चंद्र ग्रहण 14 मार्च को सुबह 11:56 बजे शुरू होगा। ग्रहण अपने अधिकतम चरण में 12:28 बजे पहुंचेगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण दोपहर 1:01 बजे के बाद नहीं दिखाई देगा और पूरी तरह से 3:30 बजे समाप्त हो जाएगा।

होलिका दहन की अग्नि में राशि के अनुसार अर्पित करें ये चीजें

सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से यानी बिना किसी सुरक्षा उपकरण के नहीं देखा जा सकता लेकिन चंद्र ग्रहण के मामले में ऐसा नहीं है और इसे बिना किसी सुरक्षा उपाय के भी देखा जा सकता है। फिर भी कुछ सावधानी रखना जरूरी है। जैसे कम रोशनी वाली जगह से चंद्र ग्रहण को देखें। अगर आसमान साफ होगा तो आपको ब्लड मून ज्यादा साफ दिखाई देगा। बाइनोक्युलर्स या टेलीस्कोप का इस्तेमाल करें जिससे चंद्रमा के रंग और उसके आकार को बेहतर ढंग से देखा जा सके।

चंद्र ग्रहण के दौरान ब्लड मून का अच्छा चित्र लेने के लिए ट्राइपॉड का इस्तेमाल करें या फोन को किसी स्थिर सतह पर रखें, जिससे तस्वीर धुंधली न हो। अगर आपके स्मार्टफोन में टेलीफोटो लेंस है तो इसे डिजिटल जूम पर इस्तेमाल करने की कोशिश करें। इससे तस्वीर की क्वालिटी भी अच्छी रहेगी।