Mayawati Vacates Delhi House: बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने दिल्ली में स्थित बंगला खाली कर दिया है। ऐसा कहा जा रहा है कि सुरक्षा कारणों की वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है। हालांकि, बीएसपी की ओर से आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है। करीब 10 साल पहले बीएसपी चीफ मायावती के तत्कालीन लुटियंस दिल्ली स्थित बंगले के सामने से नगर निगम अधिकारियों ने एक बस स्टॉप को हटा दिया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मायावती करीब एक साल पहले ही इस बंगले में रहने आई थीं। यह उन्हें एक राष्ट्रीय पार्टी की अध्यक्ष के तौर पर आवंटित किया गया था। सरकारी सूत्रों ने बताया कि 20 मई को उन्होंने बंगला खाली कर दिया और इसकी चाबियां सीपीडब्ल्यूडी को सौंप दीं। लोधी एस्टेट आवास एकदम सही जगह पर था। मायावती के घर बदलने के फैसले के बारे में बीएसपी के वरिष्ठ पदाधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को किए गए कॉल और मैसेज का कोई जवाब नहीं मिला, जबकि एक अन्य राष्ट्रीय महासचिव मेवा लाल ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
नाम न बताने की शर्त पर बीएसपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘सुरक्षा चिंताओं के कारण इस जगह को बदलने का फैसला किया है। उसी सड़क पर एक स्कूल है। स्कूल वैन अक्सर 35, लोधी एस्टेट के सामने वाली सड़क पर खड़ी रहती हैं। अपने बच्चों को छोड़ने और लेने आने वाले अभिभावक भी उसी सड़क पर वाहन पार्क करते हैं। चूंकि बहनजी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों के वाहन भी उसी इलाके में पार्क किए जाते हैं, इसलिए इससे उन्हें और स्कूली बच्चों दोनों को असुविधा होती है।’
राजनीति में ‘माया’ और परिवार की सियासत
विद्या भवन महाविद्यालय स्कूल मैक्समूलर मार्ग पर मौजूद है। इसका एक गेट 35 लोधी एस्टेट वाली सड़क पर ही खुलता है। इस बात का जिक्र करते हुए कि मायावती को जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है। बसपा नेता ने कहा कि जब भी वह अपने आवास पर होती थीं, तो सुरक्षाकर्मियों को बॉम्ब स्क्वॉड के साथ क्षेत्र की जांच करनी पड़ती थी और इससे स्कूल तथा वहां आने वाले आगंतुकों को असुविधा होती थी।
दिल्ली पुलिस के सूत्रो ने बताया कि उन्हें मायावती के घर के बाहर किसी सुरक्षा मुद्दे के बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन उन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी देने वाली यूनिट को उनके दूसरे घर में शिफ्ट होने के बारे में जानकारी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि उन्हें सिक्योरिटी कवर जारी रहेगा। संयोग से मायावती ने ऐसे समय में अपना रुख बदला है जब 2024 के लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय पार्टी के रूप में बसपा की स्थिति सवालों के घेरे में है।
सूत्रों ने बताया कि 35 लोधी एस्टेट स्थित प्रॉपर्टी में दो दर्जन से ज्यादा कमरे हैं। इनमें से कई संपत्ति में दो दर्जन से ज्यादा कमरे हैं। इनमें से कई कमरों का इस्तेमाल मायावती के सुरक्षाकर्मी और उनके स्टाफ ने उनके वहां रहने के दौरान किया था। जनवरी 2014 में जब कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार केंद्र में सत्ता में थी, तब इंडियन एक्सप्रेस ने बताया था कि कैसे दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों ने कथित तौर पर बीएसपी के दबाव में मायावती के आवास के सामने से बस स्टॉप को हटा दिया था। सूत्रों ने बताया कि मायावती ने दिल्ली पुलिस और केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखा था कि बस स्टॉप से उनकी जान को खतरा है। जानिए मायावती के असक्रिय रहने पर क्या सोचता है पार्टी कैडर