Shahzadi Khan Execution UAE: अबू धाबी में चार महीने के बच्चे की हत्या के मामले में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी जा चुकी है। विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हाई कोर्ट को सोमवार को यह जानकारी दी। महिला का अंतिम संस्कार 5 मार्च को किया जाएगा।
इस मामले में महिला के पिता के द्वारा हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। याचिका में उनकी बेटी के बारे में जानकारी मांगी गई थी। महिला को फांसी दिए जाने का पता चलने पर जस्टिस सचिन दत्ता ने इसे ‘‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया।
शहजादी खान 19 दिसंबर, 2022 को पर्यटक वीजा पर अबू धाबी गई थी। अबू धाबी पहुंचने के बाद, वह एक दंपति के साथ रही जिन्होंने उसके लिए केयरटेकर वीजा का इंतजाम किया और उसे अपने नवजात बेटे की देखभाल के लिए रखा।
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सात दिसंबर, 2022 को बच्चे को नियमित टीके लगाए गए और उसी शाम बच्चे की मौत हो गई। दंपति ने शहजादी खान पर अपने बच्चे की हत्या करने का आरोप लगाया और उसे 10 फरवरी, 2023 को अबू धाबी पुलिस को सौंप दिया गया। 31 जुलाई, 2023 को शहजादी को मौत की सजा सुनाई गई। उसे अल वथबा जेल में रखा गया था।
बांदा के रहने वाले शब्बीर खान ने याचिका में कहा था कि उनकी बेटी शहजादी खान को लेकर कुछ भी पता नहीं है। इस बारे में विदेश मंत्रालय में कई बार आवेदन किया गया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली।
याचिका में आरोप लगाया गया था कि शहजादी को चार महीने के बच्चे की हत्या के मामले में स्थानीय अदालतों के समक्ष अपना पक्ष रखने का पूरा मौका नहीं दिया गया। यह भी कहा गया था कि उस पर अपराध स्वीकार करने के लिए दबाव डाला गया और इस वजह से उसे मौत की सजा सुनाई गई।
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याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत से कहा कि शहजादी के पिता जानना चाहते हैं कि उनकी बेटी जिंदा है या उसे फांसी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि 14 फरवरी को शहजादी ने जेल से परिवार को फोन करके बताया था कि उसे एक-दो दिन में फांसी दे दी जाएगी और यह उसकी आखिरी कॉल है। इसके बाद से परिवार को उसके बारे में कुछ पता नहीं चला।
विदेश मंत्रालय की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा ने कहा कि भारत की ओर से इस मामले में पूरी सहायता की जा रही है। अधिवक्ता ने अदालत को बताया कि परिवार के सदस्यों के बेटी के अंतिम संस्कार में शामिल होने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने अदालत से कहा, ‘‘हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। हमने अदालत में उसका (शहजादी खान) प्रतिनिधित्व करने के लिए वहां एक कानूनी फर्म को नियुक्त किया। लेकिन वहां के कानून बच्चे की हत्या के मामले में बहुत ही कठोर हैं।’’
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