Shani Margi 2025: न्याय के देवता शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है, जो एक राशि में करीब ढाई साल तक रहते हैं। ऐसे में शनि का प्रभाव हर राशि के जातकों के लंबे समय तक बना रहता है। बता दें कि शनि इस समय मीन राशि में विराजमान है और जून 2025 तक इसी राशि में रहने वाले हैं। ऐसे में समय-समय पर उदय, अस्त, वक्री और मार्गी होते रहेंग। बता दें कि न्याय के देवता शनि 13 जुलाई 2025 की सुबह 07 बजकर 24 मिनट पर मीन राशि में वक्री होने जा रहे हैं। शनि के उल्टी चाल चलने से कुछ राशि के जातकों को लाभ मिलेगा। शनि के मीन राशि में वक्री होने से 12 राशियों में से इन तीन राशियों को बंपर लाभ मिल सकता है। जानें इन लकी राशियों के बारे में…

साप्ताहिक राशिफल

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि मीन राशि में 13 जुलाई को वक्री होने वाले हैं और करीब 138 दिनों तक इस अवस्था में रहने के बाद 28 नवंबर को मार्गी हो जाएंगे। जब कोई ग्रह जिस दिशा में चल रहा है और उससे अलग चलने लगे, तो वह वक्र कहलाता है। ज्योतिष शास्त्र में वक्री ग्रह होने पर उसके परिणाम कमजोर हो जाते हैं। लेकिन अगर कोई ग्रह आपके जीवन में नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं, तो वक्री होने पर वह अच्छे परिणाम दे सकता है। ऐसे ही शनि के वक्री होने से जिन राशियों में शनि साढ़े साती, ढैय्या या फिर कंटक शनि की पनौती चल रही है, तो उन्हें काफी लाभ मिल सकता है।

मेष राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना काफी लाभकारी हो सकता है। इस राशि की कुंडली में शनि कर्म और लाभ भाव के स्वामी है और वह द्वादश भाव में वक्री हो रहे हैं। इस राशि में शनि की साढ़े साती आरंभ हुई है। ऐसे में इस राशि के जातकों के जीवन में नकारात्मक परिणाम पड़ रहे हैं। लेकिन शनि के वक्री होने से इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। नकारात्मकता में कमी देखने को मिल सकती है। 29 मार्च के बाद जीवन में जो परेशानियां, कठिनाइयां आ रही है, तो इसमें अब कमी आ सकती है। बेवजह खर्च में लगाम लग सकती है। इसके साथ ही परिजनों और दोस्तों के साथ चली आ रही अनबन अब समाप्त हो सकती है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। विदेश से संबंधित मामलों में भी सफलता हासिल हो सकती है। आपको कई क्षेत्रों में काफी लाभ मिल सकता है।

इस राशि में शनि महाराज छठे तथा सातवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में वक्री हो रहे हैं। चंद्र कुंडली के अनुसार, इस राशि में शनि की ढैय्या चल रही है। ऐसे में शनि आमतौर पर अनुकूल प्रभाव देने वाला नहीं माना जा सकता है। लेकिन परिणामों में थोड़ा सा बदलाव देखने को मिल सकती है। स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं सही हो सकती है। दवाएं अब फायदा करने लगेगी। इसके साथ ही आपकी वाणी में मिठास आएगी, जिससे आपकी बिगड़ी हुई बातें बन सकती है। आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है। कई चीजें आपके पक्ष में हो सकती है। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है। आपके द्वारा की जा रही मेहनत का फल भी आपको मिल सकता है। घर में सुख-शांति बनी रहेगी।

इस राशि में शनि महाराज लाभ और व्यय भाव के स्वामी होकर लग्न भाव में वक्री हो रहे हैं। इस राशि में शनि साढ़े साती का दूसरा चरण चल रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों के लिए आमतौर पर अच्छा नहीं माना जा रहा है। लेकिन शनि के वक्री होने से इस राशि के जातकों के नकारात्मकता में थोड़ी कमी देखने को मिल सकती है। इस राशि के जातकों को कई क्षेत्रों में अपार सफलता हासिल हो सकती है। जीवन में चली आ रही कोई बड़ी समस्या का हल आपको मिल सकता है। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने वाले हैं। आपके अंदर प्रसन्नता बनी रहेगी। लेकिन किसी भी काम को जल्दबाजी में करने से बचें, इससे बनता हुआ काम बिगड़ सकता है।

जून माह के तीसरे सप्ताह सूर्य राशि परिवर्तन करके मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जिससे बुधादित्य और गुरु आदित्य योग का निर्माण करेंगे। इसके अलावा अन्य ग्रहों की बात करें, तो मंगल-केतु सिंह राशि, शनि मीन, राहु कुंभ, शुक्र मेष राशि में विराजमान होंगे। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। टैरो गुरु मधु कोटिया के अनुसार, टैरो के मुताबिक ये सप्ताह कुछ राशियों का खास हो सकता है। जानें साप्ताहिक टैरो राशिफल

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