लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर 11 जून 2025 को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। इस हाई-वोल्टेज मैच में ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा की पारी ने सबका ध्यान खींचा, लेकिन यह प्रदर्शन उनके लिए निराशाजनक रहा। ख्वाजा 20 गेंदों का सामना करने के बाद बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। यह ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों के टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना कर शून्य पर आउट होने का चौथा उदाहरण है।
टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाजों के लिए शून्य पर आउट होने के मामले में सबसे ज्यादा गेंदें खेलने का रिकॉर्ड डेविड वॉर्नर के नाम है, जिन्होंने 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ 22 गेंदों का सामना किया था। इसके बाद शॉन मार्श (21 गेंदें, भारत के खिलाफ, 2017) और सैमी जोन्स (20 गेंदें, इंग्लैंड के खिलाफ, 1888) का नाम आता है। ख्वाजा अब इस सूची में जोन्स के साथ संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि ख्वाजा ने भले ही लंबा समय क्रीज पर बिताया, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने वह रन बनाने में नाकाम रहे।
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लॉर्ड्स की पिच पर दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। ख्वाजा के खिलाफ उनकी रणनीति सटीक थी, जिसने ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज को रक्षात्मक खेलने पर मजबूर किया। ख्वाजा ने शुरुआती गेंदों पर सावधानी बरती, लेकिन दबाव में वह रन नहीं बना सके और अंततः पवेलियन लौट गए। यह उनके करियर का एक दुर्भाग्यपूर्ण क्षण रहा, विशेषकर WTC फाइनल जैसे बड़े मंच पर।
ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए यह शुरुआत निराशाजनक रही, लेकिन उनके मध्यक्रम ने पारी को संभालने की कोशिश की। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया।