भारत के उभरते तेज गेंदबाजों की बात करें तो हर्षित राणा का नाम सबसे ऊपर आता है, लेकिन हेड कोच गौतम गंभीर की पसंद के इस खिलाड़ी को चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की प्लेइंग इलेवन में शायद ही मौका मिले। प्रतिभा और गुणवत्ता के मामले में अर्शदीप सिंह को उनसे अभी भी काफी आगे माना जा रहा है। भारतीय टीम प्रबंधन ने हर्षित को इंग्लैंड के खिलाफ तीनों वनडे मैचों में मौका दिया। 6 फीट 2 इंच लंबे दिल्ली के इस तेज गेंदबाज ने शानदार प्रदर्शन किया।
अर्शदीप का हर्षित के 6.95 प्रति ओवर की तुलना में 5.17 की बेहतर इकॉनमी रेट है। इसके अलावा अर्शदीप के पास दाएं हाथ के बल्लेबाजों के लिए गेंद अंदर लाने की क्षमता है। यह वजह है कि 19 फरवरी से शुरू होने वाले टूर्नामेंट में उनका पलड़ा भारी दिखता है। अर्शदीप ने 2022 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में डेब्यू करने के बाद से केवल नौ एकदिवसीय मैच खेले हैं। दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम की परिस्थितियों के मद्देनजर हर्षित पर उनका पलड़ा भारी दिखता है।
भारत के पूर्व चयनकर्ता और हर्षित राणा को दिल्ली रणजी कोच के तौर पर करीब से देख चुके देवांग गांधी ने पीटीआई को बताया, ” हर्षित ने अपने वजन को कम करके बहुत सुधार किया है और गति भी पहले के मामले ज्यादा तेज हो गई है। लेकिन अगर मुझे मोहम्मद शमी के जोड़ीदार के रूप में किसी एक को चुनना हो तो वह अर्शदीप होंगे क्योंकि वह गेंद को दोनों तरफ स्विंग कर सकते हैं और बाएं हाथ के गेंदबाज हैं। अगर हर्षित को अर्शदीप से पहले मौका मिलता है, तो मुझे थोड़ी हैरानी होगी।”
भारत 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अभियान की शुरुआत करेगा। जानकारी के अनुसार हर्षित को इंग्लैंड के खिलाफ तीनों मैचों में मौका मिला क्योंकि गौतम गंभीर की अगुआई वाला टीम प्रबंधन यह देखना चाहता था कि क्या हर्षित को जसप्रीत बुमराह के विकल्प के रूप में चुना जा सकता है? यह एकमात्र सीरीज थी, जहां शमी की फिटनेस की भी असल परीक्षा हो सकती थी।इसलिए अर्शदीप को पहले दो मैचों में आराम दिया गया और उन्हें तभी मौका मिला जब थिंक-टैंक ने शमी को आराम देने का फैसला किया, जिन्होंने लगातार दो वनडे खेले थे।
भारत के पूर्व ओपनर बल्लेबाज और देश के सबसे सम्मानित कोच में से एक डब्ल्यूवी रमन का मानना है कि अनुभव एक महत्वपूर्ण फैक्टर होगा, जो पंजाब के इस तेज गेंदबाज के पक्ष में जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ” अर्शदीप को अनुभव और बाएं हाथ के गेंदबाज होने के कारण फायदा होगा। दुबई की पिच तेज गेंदबाजों के लिए अच्छी रहेगी। आईसीसी इवेंट में थोड़ा ज्यादा अनुभव हमेशा मददगार होता है, जो द्विपक्षीय मुकाबलों से अलग होता है। आईसीसी इवेंट में आप हर दिन अलग-अलग विपक्षी टीमों के साथ खेलेंगे और उसी के अनुसार एक अनुभवी गेंदबाज अपनी योजनाएं बदलता है।”
देवांग गांधी ने कहा कि मैच के विभिन्न चरणों में अर्शदीप अलग-अलग विकल्प लेकर आते हैं। उन्होंने “हर्षित पिच पर गेंद को हिट करते हैं और पिचिंग के बाद उसे दोनों तरफ मूव कराते हैं। साथ ही 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से कभी-कभी गेंद फेंकते हैं। लेकिन जब आपके पास अर्शदीप होते हैं तो वह नई गेंद को स्विंग कर सकते हैं और डेथ ओवरों के दौरान राउंड द विकेट आकर एंगल का प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकते हैं।” बांग्लादेश के खिलाफ भारत की संभावित प्लेइंग 11 जानने के लिए क्लिक करें।