चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम का मंगलवार (04 मार्च) को सबसे कड़ा इम्तिहान है। यह एक ऐसी परीक्षा है, जिसे 19 नवंबर को पास करने में रोहित शर्मा की टीम असफल रही थी। वनडे वर्ल्ड कप 2023 में बेहतरीन सफर का काफी दुखद अंत हुआ था। उस मैच से पहले लग रहा था कि भारतीय टीम का कोई सानी ही नहीं है, लेकिन फाइनल में नजारा ही अलग था। कप्तान रोहित शर्मा के आउट होने के बाद चीजें इतनी तेजी से बदलीं कि लगा भारत नहीं ऑस्ट्रेलिया टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम रही हो। बिल्कुल 2003 वर्ल्ड कप की तरह।
वनडे वर्ल्ड कप 2023 का फाइनल दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रिकॉर्डतोड़ 1 लाख 30 हजार से ज्यादा दर्शकों को ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने चुप कराने की बात कही थी। उनकी टीम के प्रदर्शन ने स्टेडियम ही नहीं 150 करोड़ भारतीय के दिलों में भी सन्नाटा पसार दिया था। हालांकि, अब उस घटना को 15 महीने से ज्यादा का वक्त हो चुका है। बहुत सी चीजें बदल चुकी हैं। परिस्थितियां भी बदली हुईं हैं। अब दुबई में उस जख्म और 150 करोड़ भारतीयों को हर्षोल्लास से सरोबार कर देने का वक्त है।
दोनों टीमों के बीच जमीन-आसमान का अंतर है। पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और मिचेल मार्श जैसे खिलाड़ियों के न होने से ऑस्ट्रेलियाई टीम कमजोर दिखती है। दुबई की परिस्थितियां उसे और भी कमजोर बनाती हैं। वैसे यह अंतर सेमीफाइनल जैसे मुकाबले में कम मायने रखते हैं। मायने रखता है तो दबाव झेलने की काबिलियत और मैच जीतने की कला, जो कंगारू टीम के डीएनए में है। ऑस्ट्रेलियाई टीम को कभी कमतर आंकने की भूल नहीं की जा सकती। उसके पास ट्रेविस हेड जैसा खिलाड़ी है, जो कई बार अकेले भारत से मैच छीन चुका है। इसके अलावा स्टीव स्मिथ का अनुभव और एडम जम्पा की लेगस्पिन भी चुनौती है।
2011 विश्व कप में क्वार्टर फाइनल मैच जीतने के बाद से भारत का आईसीसी वनडे टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया से 4 बार मुकाबला हुआ, जिसमें से 2 बार उसे जीत मिली और 2 बार उसे हार झेलनी पड़ी। ये 2 जीतें 2019 और 2023 विश्व कप के राउंड-रॉबिन मुकाबलों में आईं, जबकि 2015 के सेमीफाइनल और 2023 के फाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा।
चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज के दौरान एक सवाल पर बहस नहीं हुई। वह सवाल कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा के भविष्य को लेकर था। तीनों खिलाड़ी उम्र के उस पड़ाव पर हैं जहां यह सवाल बार-बार होगा कि अभी कितना और खेल सकते हैं? तीनों ने पिछले साल भारत के टी20 विश्व कप जीतने के बाद सबसे छोटे प्रारूप को अलविदा कह दिया था। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या वे चैंपियंस ट्रॉफी के बाद वनडे फॉर्मेट को भी बाय-बाय कह देंगे?
रोहित, विराट और जडेजा ने वनडे क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। कोहली 2011 विश्व कप जितने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। तीनों 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे। इसके बाद से वनडे में भारत बिल्कुल करीब आकर आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीत पाया।
साल 2015, 2017, 2019 और 2023 में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन चैंपियन नहीं बनने का मलाल रह गया। भारत ने इनमें से एक मौका चैंपियंस ट्रॉफी में ही गंवाया था। इस दौरान 2 बार रोड़ा बना ऑस्ट्रेलिया फिर उनके रास्ते में खड़ा है। रोहित शर्मा एंड कंपनी ने 2023 की हार से जरूर बहुत कुछ सीखा होगा और वे 4 मार्च 2025 को दुबई में किसी भी मौके को गंवाना नहीं चाहेंगे, तभी तो दुबई को 150 करोड़ भारतीयों का शोर सुनाई देगा। भारत-ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल मैच का नतीजा ये खिलाड़ी तय करेंगे। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें।