दिग्गज रोहित शर्मा और विराट कोहली के रिटायरमेंट के बाद इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टेस्ट टीम में करुण नायर की 7 साल बाद वापसी हुई। भारत-इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट मैच से पहले करुण नायर ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि भारत के एक प्रमुख क्रिकेटर ने उन्हें संन्यास लेने की सलाह दी थी। 2022 के घरेलू सत्र के बाद नायर को कर्नाटक ने सभी प्रारूपों से बाहर कर दिया।
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने नॉर्थम्पटनशायर के साथ काउंटी चैंपियनशिप अनुबंध से वापसी करने से पहले लगभग 14 महीने तक कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला। नायर ने खुलासा किया कि इस दौरान एक प्रमुख भारतीय क्रिकेटर ने उन्हें सलाह दी कि टी20 लीग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए संन्यास लेने से उन्हें फाइनेंसियल सिक्योरिटी मिलेगी।
नायर ने डेली मेल को दिए इंटरव्यू में बताया, “मुझे अभी भी याद है कि एक प्रमुख भारतीय क्रिकेटर ने मुझे फोन करके कहा था कि तुम्हें संन्यास ले लेना चाहिए क्योंकि इन लीग में मिलने वाला पैसा मुझे सुरक्षित रखेगा। ऐसा करना आसान होता, लेकिन मुझे पता था कि पैसे की परवाह किए बिना, मैं इतनी आसानी से हार मानने के लिए खुद को कोसता। मैं फिर से भारत के लिए खेलने की कोशिश कभी नहीं छोड़ता। यह सिर्फ दो साल पहले की बात है और देखिए हम अब कहां हैं। यह पागलपन है, लेकिन अंदर से मुझे पता था कि मैं काफी बेहतर हूं।”
हाल ही में कैंटरबरी में इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया ए के मैच में शानदार प्रदर्शन करने के बाद नायर ने फिर से भारतीय टेस्ट टीम की प्लेइंग 11 में जगह बनाने के लिए अपना दावा मजबूत कर लिया है। नायर ने लायंस के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा। यह इस साल उनका 5वां प्रथम श्रेणी शतक था।
विदर्भ को रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाने में करुण नायर ने अहम योगदान निभाया। नॉकआउट में उन्होंने 3 शतक लगाए। भारत के लिए 2016-17 के बीच छह टेस्ट मैचों में खेलने वाले नायर ने 374 रन बनाए। इसमें नौ साल पहले चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 303 रन की रिकॉर्ड तोड़ पारी भी शामिल है।