संदीप जी। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दूसरे अनौपचारिक टेस्ट के चौथे दिन नितीश कुमार रेड्डी आउट होने के बाद सिर हिलाते नजर आए। जॉर्ज हिल की गेंद पर बोल्ड होने के बाद वह हैरान रह गए। नितीश ने अंदर आती गेंद को कॉपी बुक स्टाइल में फॉरवर्ड डिफेंस किया। उनका सिर स्थिर था, हाथ शरीर के करीब थे और सामने का पैर भी आगे था, लेकिन गेंद बल्ले और पैड के बीच हल्के गैप से अंदर घुस गई और स्टंप पर जा लगी। एक जीवनदान मिलने के बाद नितीश रेड्डी 42 रन बनाकर आउट हुए।

कुछ ओवर बाद शार्दुल ठाकुर को भी हिल ने बोल्ड किया। उन्होंने शराब शॉट सेलेक्शन पहले 34 रन बनाए। भारत-इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट 20 जून से होनी है। नितीश-शार्दुल में एक खिलाड़ी फास्ट बॉलर ऑलराउंडर के तौर पर खेलना है, लेकिन दोनों में कोई भी खिलाड़ी लीड्स टेस्ट के लिए दावा नहीं ठोक सका। तनुश कोटियन ने 91 रन की नाबाद पारी खेली और अंशुल कंबोज ने नाबाद 51 रन की अपनी प्रथम श्रेणी की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली।

भारत ने 7 विकेट पर 417 पर पारी घोषित कर दी। इंग्लैंड लायंस को 38 ओवर में 439 रन का लक्ष्य मिला। शार्दुल ठाकुर और नितीश रेड्डी पर विकेट चटकाने का दारोमदार था, लेकिन दूसरी पारी में दोनों में से एक ने भी गेंदबाजी नहीं की। दूसरी ओर कंबोज ने दौरे पर अच्छी छाप छोड़ी। वह सबसे ज्यादा 5 विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। निकट भविष्य में शार्दुल और नितीश दोनों को हरियाणा के तेज गेंदबाज से कड़ी चुनौती मिल सकती है।

लीड्स टेस्ट की बात करें तो नितीश रेड्डी मुख्य रूप से एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे उन्होंने बल्ले से छाप छोड़ी थी। वहां की पिचों पर गेंद कम मूव करती थी ऐसे में ज्यादा गति न होने के कारण उनकी गेंदबाजी साधारण दिखती थी। इंग्लैंड में उनकी गेंदबाजी का बहुत महत्व होगा। नमी से भरी इंग्लैंड की पिच पर वह बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं, लेकिन दोनों ही 4 दिवसीय मैचों में वह लेंथ से नहीं, लेकिन लाइन से जूझते रहे।

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नितीश ने नियमित रूप से फुलर लेंथ पर गेंद किया। बाएं और दाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ गेंद अंदर लाने की कोशिश की। हवा में हल्की स्विंग और पिच से सीम मूवमेंट देखने को मिली, लेकिन बार-बार लाइन गड़बड़ होने के कारण लेग-साइड पर खूब रन बने। धूप होने पर बल्लेबाजी के दौरान उन्हें ज्यादा दिक्कत नहीं हुई। लेकिन बादल छाने पर दिक्कत हुई। सुबह के सत्र में हिल की लेट स्विंग और जोश टंग की गेंद ने उन्हें परेशान कर दिया।

शार्दुल ठाकुर को दावा ठोकने के लिए विकेट लेने के साथ-साथ रन बनाने की आवश्यकता थी। वह तीन पारियों में केवल 80 रन ही बना सका। सोमवार को बल्लेबाजी में प्रभावित करने के लिए अच्छा मौका था। उन्होंने एडी जैक को स्वीपर कवर की ओर चौका लगाने के बाद फरहान अहमद को साइट-स्क्रीन के पास दो छक्के लगाए, लेकिन वह रेड्डी की तरह अर्धशतक लगाने से पहले आउट हुए।

इससे भी ज़्यादा चिंता की बात यह है कि दोनों ही मैचों में शार्दुल की गेंदबाजी बल्लेबाजों को परेशान करने लायक नहीं थी। उन्होंने किफायती स्पेल डाले, जो कि तीसरे-चौथे सीमर से टीम की चाहत होती है, लेकिन टेस्ट लाइन-अप में जगह बनाने के लिए उन्हें विकेटों की जरूरत थी। इसलिए न तो शार्दुल ठाकुर और न ही नितीश रेड्डी ने अब तक लीड्स टेस्ट के लिए दावा ठोक पाए हैं।