India vs England 1st test match: भारत ने लीड्स टेस्ट में दूसरे दिन जिस तरह से फील्डिंग की उससे टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर काफी नाखुश नजर आए। भारतीय फील्डर्स ने दूसरे दिन 3 अहम कैच छोड़े और अगर ये कैच पकड़े जाते तो इंग्लैंड की हालत काफी खराब हो जाती। इन 3 कैच की वजह से भारत दूसरे दिन इंग्लैंड की लाइन-अप पर लगाम नहीं लगा पाई।
इंग्लैंड ने दूसरे दिन 3 विकेट पर सिर्फ 49 ओवर में ही 209 रन बनाए थे और अच्छी स्थिति में आ गया था। दूसरे दिन भारतीय फील्डर्स की खराब फील्डिंग का खमियाजा टीम को भुगतना पड़ा। शुभमन गिल की टीम ने दूसरे दिन फील्डिंग में कई गलतियां कीं और बुमराह के पहले ही ओवर में जैक क्रॉली को आउट करने के बावजूद भारत ने कई अहम मौके गंवा दिया। रविंद्र जडेजा ने बेन डकेट का कैच 15 रन के स्कोर पर छोड़ दिया था और उन्होंने फिर मैच में 62 रन की अहम पारी खेली।
जडेजा ने डकेट का कैच छोड़ा था उसके बाद उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया और ओली पोप के साथ मिलकर 122 रन की साझेदारी कर डाली। दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद गावस्कर ने कहा कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में फील्डिंग कोच टी दिलीप के द्वारा कोई फील्डिंग मेडल नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि कोई मेडल दिया जाएगा। दरअसल टी दिलीप मैच के बाद किसी ना किसी खिलाड़ी को बेस्ट फील्डर का अवॉर्ड देते हैं।
गावस्कर ने आगे कहा कि भारतीय खिलाड़ियों के द्वारा इस तरह से कैच छोड़ा जाना काफी निराश करने वाला रहा। यशस्वी जायसवाल बहुत अच्छे फील्डरल हैं, लेकिन इस बार वो भी कुछ नहीं कर पाए। यशस्वी जायसवाल ने भी दूसरे दिन 2 अहम कैच छोड़ दिए थे जिसे लिया जा सकता था। वहीं भारत के बैटिंग कोच सीतांशु कोटक ने इस मामले पर बात की और भारतीय खिलाड़ियों द्वारा की गई गलतियों पर खेद जाहिर किया। सीतांशु कोटक ने कहा कि हमने जो कैच छोड़े साथ ही कई सारे नो-बॉल ये काफी निराश करने वाला था। उन्होंने कहा कि फील्डिंग के लिहाज से ये खराब दिन रहा और ये सामान्य नहीं था।