इंग्लैंड दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट के दौरान भारतीय टीम के लिए स्विंग और सीम करती गेंद चुनौती होगी। यहां का मौसम गेंद लहराने में काफी मददगार साबित होता है। अगर पिच हरी हो तो बल्लेबाजी और कठिन हो जाती है। हालांकि, इंग्लैंड के दिग्गज स्पिनर मोंटी पनेसर का मानना है कि बेन स्टोक्स की अगुआई वाली टीम घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाने की कोशिश नहीं करेगी।

भारत के पास अनुभव की कमी है, लेकिन मार्क वुड और जोफ्रा आर्चर की अनुपस्थिति में इंग्लैंड के पास खतरनाक गेंदबाजी आक्रमण नहीं है। आर्चर दूसरे टेस्ट के लिए फिट हो सकते हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 708 विकेट लेने वाले पनेसर ने कहा कि पहले टेस्ट में पलड़ा बराबरी पर होगा। भारतीय टीम स्विंग को कैसे खेलती है इस पर काफी कुछ निर्भर करेगा।

पीटीआई के अनुसार पनेसर ने कहा, “यह एक रोचक सीरीज होगी। यह इस बात पर निर्भर करेगी कि भारत स्विंगिंग बॉल को कैसे खेलता है। क्या वह अटैक करेगा? क्या वह डिफेंड करेग? यह बहुत गर्मी होने वाली है, पिच सपाट होंगी। मुझे नहीं लगता कि इंग्लैंड होम एडवांटेज लेने की कोशिश करेगा। वे न्यूट्रल पिच बनाएंगे। वह सीमिंग पिचों पर बैजबॉल नहीं खेल सकते। यह भारतीय बल्लेबाजों के लिए अच्छी बात है क्योंकि वे सपाट पिचों पर खेलना पसंद करेंगे।”

43 साल के पनेसर ने कहा, “ईसीबी चाहता है कि भारत के खिलाफ मैच चौथे और पांचवें दिन तक खेले जाएं। मुझे नहीं लगता कि कोई भी पांच मैचों की सीरीज में तीन दिवसीय टेस्ट मैच चाहता है। इसलिए मुझे लगता है कि इंग्लैंड होम एडवांटेज नहीं लेगा।” बता दें कि भारतीय टीम 2007 के बाद से इंग्लैंड में सीरीज नहीं जीती है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के संन्यास के बाद भारतीय टीम शुभमन गिल की अगुआई में नए युग की शुरुआत करेगी।