तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी के पहले टेस्ट की पहली पारी में भारतीय बल्लेबाजों का बोलबाला रहा है। यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल के बाद ऋषभ पंत ने भी शतक ठोक दिया। इन 3 बल्लेबाजों के शतक के बदौलत भारत बड़े स्कोर की ओर अग्रसर है। इससे पहले 2002 में लीड्स में भारत के 3 बल्लेबाजों सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने शतक जड़ा था।

लीड्स टेस्ट में भारत ने दूसरे दिन लंच ब्रेक तक 7 विकेट पर 454 रन बनाए। एक ही सत्र में 4 विकेट गिरने से इंग्लैंड की मुकाबले में थोड़ी वापसी हो गई है। देखने वाली बात होगी कि रविंद्र जडेजा पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ कितनी देर तक टिक सकते हैं। क्या भारत 500 का आंकड़ा पार कर पाता है? अब वह शायद ही इंग्लैंड में अपने सर्वोच्च टेस्ट स्कोर तक पहुंच पाए।

दिलचस्प बात यह है कि भारत ने 6 बार इंग्लैंड में 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। 2002 का लीड्स टेस्ट छोड़ दें तो चार अन्य मौकों पर मैच ड्रॉ रहे और 1967 में उसे हार मिली। भारत का इंग्लैंड में सर्वोच्च टेस्ट स्कोर 664 रन है। 2007 के ओवल टेस्ट में उसने यह स्कोर बनाया था।

अनिल कुंबले के पहले टेस्ट शतक (110) और शीर्ष-7 बल्लेबाजों में पांच अर्द्धशतकों की बदौलत भारत ने पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा किया था। 2007 में भारत सीरीज भी जीता था। 2002 में राहुल द्रविड़ (148), सचिन तेंदुलकर (193) और सौरव गांगुली (127) के शतकों की बदौलत भारत ने इंग्लैंड में तब अपना सर्वोच्च स्कोर 8 विकेट पर 628 रन बनाए थे।