चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल कई सवालों के साथ आया है। सवाल ये हैं कि क्या न्यूजीलैंड को भारत आईसीसी फाइनल में हरा पाएगा? क्या भारत के दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा इस मैच के बाद संन्यास लेंगे? इसका एक कारण टी20 वर्ल्ड कप 2024 है। किसी ने नहीं सोचा था कि चैंपियन बनते ही तीनों खिलाड़ी संन्यास ले लेंगे।

अब चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से पहले रोहित शर्मा को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, भारतीय टीम के उपकप्तान शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन अटकलों को खारिज भी किया, लेकिन इन सभी सवालों के जवाब के लिए ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं है। रविवार (9 मार्च) को सभी जवाब मिल जाएंगे। एक बात तय है कि रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा संन्यास लें या न लें भविष्य में तीनों शायद ही आईसीसी टूर्नामेंट में दिखें। कम से कम अगले आईसीसी टूर्नामेंट में तो तीनों नहीं दिखेंगे, जो 2026 में होना। ये खिलाड़ी उम्र के उस पड़ाव पर हैं कि वे शायद ही 2027 तक खेलें।

चैंपियंस ट्रॉफी के बाद 1 साल के अंदर 1 आईसीसी फाइनल और 1 आईसीसी टूर्नामेंट होना है। जून में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 खेला जाएगा। भारतीय टीम घरेलू सरजमीं पर न्यूजीलैंड के खिलाफ और फिर ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारकर लॉर्ड्स का टिकट बुक नहीं करा पाई। यही वजह है कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 का फाइनल ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। साल 2026 में भारत और श्रीलंका की मेजबानी में टी20 वर्ल्ड कप होना है। रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविंद्र जडेजा इसमें खेलते नहीं दिखेंगे। वजह साफ है तीनों टी20 इंटरनेशनल से संन्यास ले चुके हैं।

2027 वनडे वर्ल्ड कप अक्टूबर-नवंबर में होगा यानी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल के बाद 31 महीने का समय। रोहित शर्मा 30 अप्रैल को 38 साल के हो जाएंगे। 31 महीने बाद उनकी उनकी उम्र 40 साल से ज्यादा होगी। रविंद्र जडेजा 6 दिसंबर को 37 के हो जाएंगे। वह 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक 39 साल के हो जाएंगे। विराट कोहली 5 नवंबर को 37 के हो जाएंगे।

2027 वनडे वर्ल्ड कप तक उनकी उम्र भी 39 साल के आसपास होगी। इस उम्र तक खिलाड़ी संन्यास ले लेते हैं। एमएस धोनी 43 साल की उम्र में आईपीएल खेल रहे हैं, लेकिन उन्होंने भी अपना आखिरी वनडे जून 2019 में खेला था। रोहित, विराट और रविंद्र जडेजा तीनों के लिए सबसे बड़ा चैलेंज यह भी है कि अब ज्यादा वनडे क्रिकेट नहीं खेला जाता और टेस्ट क्रिकेट की बात करें तो जैसा ऑस्ट्रेलिया का दौरा रहा है और अगर इंग्लैंड दौरे पर वे खुद को साबित नहीं कर पाए तो शायद ही आगे खेलना जारी रख पाएं।