साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा पर इस साल की शुरुआत में SA20 के दौरान ड्रग्स के सेवन के लिए एक महीने का प्रतिबंध झेल लिया है। साउथ अफ्रीकन इंस्टीट्यूट फॉर ड्रग फ्री स्पोर्ट्स (SAIDS) द्वारा जारी एक बयान में पुष्टि की गई कि रबाडा 21 जनवरी को एमआई केप टाउन और डरबन सुपर जायंट्स के बीच मैच के बाद डोपिंग टेस्ट में विफल रहे थे। उन्हें 1 अप्रैल को इसके बारे में जानकारी दी गई, जब वह आईपीएल 2025 के लिए भारत में थे। 3 अप्रैल को उनकी IPL फ्रेंचाइजी गुजरात टाइटंस (GT) ने जानकारी दी थी कि रबाडा इस सीजन में केवल दो मैच खेलने के बाद व्यक्तिगत कारणों से साउथ अफ्रीका लौट गए थे।
SAIDS के अनुसार रबाडा ने नशीले पदार्थ के सेवन की रोकथाम के लिए जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लिया है। वह तुरंत खेलना शुरू कर सकते हैं। वह बुधवार को गुजरात टाइटंस बनाम मुंबई इंडियंस (MI) मैच में मैदान पर दिख सकते हैं। रबाडा ने मौज-मस्ती के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ड्रग्स का सेवन किया था। इसमें भांग, कोकीन, मेथामफेटामाइन या डायमॉर्फिन शामिल हैं। वर्ल्ड डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) के नियमों के अनुसार उन्हें सजा दी गई। पिछले साल न्यूजीलैंड के डग ब्रेसवेल को भी सुपर स्मैश के दौरान कोकीन के लिए पॉजिटिव टेस्ट होने के बाद ऐसी ही सजा दी गई थी।
खिलाड़ियों को लंबे समय तक निलंबन भी झेलना पड़ा है, जो अलग-अलग बोर्ड पर निर्भर करता है। पिछले साल, जिम्बाब्वे के वेस्ली मधेवेरे और ब्रैंडन मावुता को मौज-मस्ती के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ड्रग्स के लिए पॉजिटिव टेस्ट होने के बाद चार-चार महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। तीन महीने के लिए उनके वेतन का 50% जुर्माना लगाया गया था। उस मामले में जिम्बाब्वे क्रिकेट ने वाडा की सिफारिशों से अधिक समय के लिए प्रतिबंध लगाने का विकल्प चुना।
उम्मीद है कि क्रिकेट साउथ अफ्रीका रबाडा पर आगे कोई कार्रवाई नहीं करेगा, क्योंकि शनिवार दोपहर को उसने एक बयान जारी करके इस घटना को “अफसोसजनक” बताया था। सीएसए रबाडा की “पेशेवर मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता” से संतुष्ट है। उन्होंने शनिवार (3 मई) को उनक ड्रग टेस्ट में फेल होने की खबर आने पर साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर्स एसोसिएशन के माध्यम से माफी मांगी थी।