इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) में सोमवार (5 मई) को सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच मैच धुलने के बाद हैदराबाद के उप्पल में राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम सवालों के घेरे में है। आईपीएल प्लेऑफ से पहले वेन्यू की तैयारी को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। 20 और 21 मई को क्वालिफायर 1 और एलिमिनेटर का आयोजन यहां होना है।
हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) का दावा है कि 90 प्रतिशत मैदान ढका हुआ था, लेकिन फिर भी मैच नहीं हो सका। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार एचसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हम इस मुद्दे पर विचार करेंगे।” ग्राउंड स्टाफ के एक सदस्य का मानना है मूसलाधार बारिश और स्पष्ट मौसम पूर्वानुमान की कमी को देखते हुए वे कुछ खास नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा, “हमने मैदान के 90 प्रतिशत हिस्से को कवर किया था।” मैच धुलने से प्लेऑफ की रेस से बाहर होने के बाद एचसीए से सनराइजर्स खफा है। वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से एचसीए की शिकायत करने वाला है।
क्रिकबज से सनराइजर्स हैदराबाद के वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, “यह दुखद है। हम बीसीसीआई को पत्र लिखने जा रहे हैं।” वे इस दावे पर भी सवाल उठा सकते हैं कि 90 प्रतिशत मैदान को कवर कर लिया गया था। सनराइजर्स प्रबंधन और एचसीए के बीच पहले ही कुछ विवाद हो चुके हैं। एसोसिएशन को प्रति मैच 1 करोड़ रुपये का भुगतान करने वाली फ्रेंचाइजी का मानना है कि वह सोमवार को मैच जीतने के लिए मजबूत स्थिति में थी।
एचसीए सचिव पी देवराज ने माना कि मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण एसोसिएशन कुछ नहीं कर पाया, लेकिन उन्होंने कहा कि वे इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश करेंगे। उन्होंने क्रिकबज से कहा, “हमने पहले कभी ऐसी स्थिति का सामना नहीं किया है। मैं सहमत हूं कि कवर अपर्याप्त थे और हम इस मुद्दे को तुरंत सुलझाएंगे। हम प्लेऑफ से पहले इस समस्या को सुलझाएंगे।”
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स की पारी के बाद एक घंटे से अधिक समय तक भारी बारिश हुई। अगर स्टेडियम को पूरी तरह से ढक दिया जाता और बेहतर ड्रेनज सिस्टम होता तो ओवर्स की कटौती के साथ मैच हो सकता था। बेंगलुरु में चिन्नास्वामी और चेन्नई में चेपक जैसे स्टेडियम अपने बेहतरीन ड्रेनेज सिस्टम के लिए जाने जाते हैं। फाइनल का वेन्यू कोलकाता का ईडन गार्डन बारिश होने पर पूरी तरह से ढका जा सकता है। इसके विपरीत उप्पल स्टेडियम उन मानकों पर खरा नहीं उतरा। सनराइजर्स-कोलकाता मैच के दौरा मैदान पूरी तरह से ढका नहीं जा सका। इसके परिणामस्वरूप आउटफील्ड गीली हो गई और मैच नहीं हो सका।