डियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के अब तक के सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत ने आखिरकार लखनऊ सुपर जायंट्स के अंतिम लीग में शतक जड़कर कमाल कर दिया। हालांकि, उनके शतक पर जितेश शर्मा की तूफानी पारी भारी पड़ी और लखनऊ सुपर जायंट्स जीत से चूक गई। आईपीएल 2025 में लीग चरण तक के मुकाबलों की बात करें तो अक्षर पटेल की दिल्ली कैपिटल्स अच्छी शुरुआत के बाद राह से भटक गई।

पूर्व विजेता चेन्नई सुपर किंग्स, राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स का निराशाजनक प्रदर्शन जारी रहा। सनराइजर्स हैदराबाद ने पूरे टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन किया। इस साल IPL 2025 के 70 मैच पूरे होने में 67 दिन लगे, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के कारण 10 दिन के लिए टूर्नामेंट स्थगित कर दिया गया था। आईपीएल 2025 में अब तक काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिले। IPL 2025 में लीग चरण तक का लेखा जोखा इस प्रकार है।

राजस्थान रॉयल्स के वैभव सूर्यवंशी जब पिछले दिसंबर में ‘मेगा नीलामी’ में चुने गए थे तब उनकी उम्र 13 साल थी। मई में 14 साल की उम्र में वह गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंद पर आईपीएल में सबसे तेज शतक और अब तक दूसरा सबसे तेज शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए। उन्होंने शानदार स्ट्रोक प्ले और जोश से खेल के दिग्गजों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

भारत के टी20 अंतरराष्ट्रीय सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा भी शतक लगाने वालों खिलाड़ियों में शामिल थे। इस सूची में पंजाब किंग्स के ‘अनकैप्ड’ (जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला हो) प्रियांश आर्य भी शामिल थे। प्रियांश आर्य ने अपना पहला आईपीएल शतक जड़ा। प्रभसिमरन सिंह ने भी दिखाया कि उनमें दम है, जबकि आयुष म्हात्रे ने अपने प्रदर्शन से चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को मुस्कुराने का मौका दिया।

पिछले एक साल में कप्तान श्रेयस अय्यर के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि वह हमेशा संघर्ष करने वाली टीम के बदलाव के सूत्रधार रहे। दृढ़ निश्चयी श्रेयस अय्यर और ऑस्ट्रेलियाई रिकी पोंटिंग जैसे कोच के साथ इस बात में कोई संदेह नहीं था कि पंजाब किंग्स को हराना काफी मुश्किल होगा। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ सबसे कम स्कोर (111 रन) का बचाव करने जैसा प्रदर्शन इसका एक उदाहरण है।

तीन साल पहले गुजरात टाइटंस में शामिल होने के बाद से उन्होंने हर सीजन में कम से कम 400 रन तो बनाए ही हैं, लेकिन शुभमन गिल ने सिर्फ उदाहरण ही पेश नहीं किया, बल्कि यह सुनिश्चित किया कि उनकी टीम राशिद खान जैसे मुख्य गेंदबाज की खराब फॉर्म के बावजूद दौड़ में आगे रहे।

पिछले साल की उपविजेता सनराइजर्स हैदराबाद सबसे शानदार बल्लेबाजी लाइन-अप के साथ उतरी थी, लेकिन उसका आक्रामक रवैया पूरी तरह विफल रहा। सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल की शुरुआत राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 6 विकेट पर 286 रन (दूसरा सबसे बड़ा स्कोर) बनाकर की। समापन कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 3 विकेट पर 278 रन (तीसरा सबसे बड़ा स्कोर) बनाकर किया। टीम के पास बल्लेबाजी के लिए कोई ‘प्लान बी’ नहीं था। नितीश कुमार रेड्डी ने काफी हद तक निराश किया। पावरप्ले में गेंदबाजी करने के लिए एक बेहतरीन स्पिनर नहीं होने से उन्हें नुकसान हुआ।

चेन्नई सुपर किंग्स ने इस साल सबक सीखा, क्योंकि उसे युवा प्रतिभाओं को बेंच पर रखने और सिर्फ एमएस धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर निर्भर रहने की अपनी रणनीति को छोड़ना पड़ा। 17 वर्षीय मुंबई के बल्लेबाज आयुष म्हात्रे ने टीम की परेशानियों के बावजूद अच्छा प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस ने अंत में शानदार प्रदर्शन किया। अफगानिस्तान के 20 वर्षीय नूर अहमद सीएसके के सबसे सफल स्पिनर रहे, जबकि आर अश्विन और रविंद्र जडेजा अन्य विकल्प थे।

युवा साई सुदर्शन ने दिखाया कि जोखिम लिए बिना भी रन जुटाए जा सकते हैं। वह अब तक 670 से ज्यादा रन बनाकर सूची में शीर्ष पर हैं। इसका इनाम उन्हें इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल करने से मिला। गुजरात टाइटंस का यह बल्लेबाज इस सत्र के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल रहा।

मुंबई इंडियंस ने हमेशा ही तरह धीमी शुरुआत करने के बाद प्लेऑफ में जगह बनाई। पहले पांच मैच में 4 हार के साथ शुरुआत करने के बाद हार्दिक पंड्या की टीम अगले 6 मैच जीत कर शीर्ष टीमों में पहुंच गई। रोहित शर्मा और तिलक वर्मा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, लेकिन सूर्यकुमार यादव ने दिखाया कि वह इसमें सर्वश्रेष्ठ क्यों हैं। जसप्रीत बुमराह ने 10 मैच में 17 विकेट चटकाए हैं।

संजू सैमसन की फिटनेस और अन्य खिलाड़ियों में जज्बे की कमी के कारण टीम 9वें स्थान पर रही। वह सिर्फ चेन्नई सुपर किंग्स से ऊपर रही। जोस बटलर, अश्विन, युजवेंद्र चहल और ट्रेंट बोल्ट जैसे खिलाड़ियों से अलग होने से उसका संतुलना शायद कुछ ज्यादा ही बिगड़ गया।

आईपीएल की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि दिल्ली कैपिटल्स कोई गलती नहीं करेगी, लेकिन लगातार निरंतर प्रदर्शन के मामले में टीम पिछड़ गई। दिल्ली कैपिटल्स पहले छह में से पांच जीत के साथ शुरुआत करने के बाद टीम तालिका में शीर्ष पर थी लेकिन अचानक गिरावट से अगले 8 में से 5 मैच गंवा बैठी।

कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान अजिंक्य रहाणे अकेले दम पर डटे रहे। हालांकि, केकेआर के सबसे महंगे खिलाड़ी और उप-कप्तान वेंकटेश अय्यर के लिए सत्र काफी खराब रहा। पहले आठ मैच में पांच हार के साथ गत चैंपियन के लिए प्लेऑफ की दौड़ काफी पहले ही खत्म हो गई थी।

पहले आठ में से 5 मैच जीतने वाली लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) को अंतिम 4 में जगह बनाने का मौका मिला, लेकिन ऋषभ पंत का बल्ले से खराब प्रदर्शन, मध्यक्रम में गहराई और गेंदबाजी में विविधता की कमी के कारण वह फिर से प्लेऑफ में जगह बनाने से चूक गई। हालांकि, मिचेल मार्श, निकोलस पूरन और एडेन मार्कराम ने उन्हें मजबूती दी।