Khelo India Youth Games 2025 में इस बार कुछ नया होने जा रहा है। बिहार के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 6 और 7 मई को पहली बार ई-स्पोर्ट्स को प्रदर्शनी खेल के रूप में शामिल किया गया है। बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI), स्ट्रीट फाइटर 6, शतरंज और ई-फुटबॉल जैसे गेम्स इस इवेंट का हिस्सा होंगे, जो मोबाइल, कंसोल और रणनीति-आधारित खेलों का शानदार मिश्रण पेश करेंगे। यह आयोजन न सिर्फ ई-गेमिंग की दुनिया में नई प्रतिभाओं को उभारने का मंच बनेगा, बल्कि भारत में ई-स्पोर्ट्स को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित होगा।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में बीजीएमआई सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला खेल है। देशभर में इसकी जबरदस्त लोकप्रियता को देखते हुए इसमें सबसे ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। यह गेम भारत में मोबाइल गेमिंग का पर्याय बन चुका है और युवाओं के बीच इसकी दीवानगी सिर चढ़कर बोलती है। लेकिन इस बार शतरंज का शामिल होना इस आयोजन को और खास बना रहा है। हाल ही में शतरंज को ई-स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप (EWC) 2025 में शामिल किया गया, जिसमें 1.5 मिलियन डॉलर (लगभग 12.6 करोड़ रुपये) का पुरस्कार पूल था। भारत में नोडविन गेमिंग ने शतरंज को ई-स्पोर्ट्स के तौर पर बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने चेस सुपर लीग और ड्रीमहैक इंडिया 2024 में रैपिड और ब्लिट्ज फॉर्मेट में शतरंज टूर्नामेंट आयोजित किए, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सितारों ने हिस्सा लिया।

नोडविन गेमिंग के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक अक्षत राठी का मानना है कि खेलो इंडिया का यह कदम भारत में grassroots स्तर पर ई-स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा, “बीजीएमआई, स्ट्रीट फाइटर 6, शतरंज और ई-फुटबॉल जैसे खेलों का शामिल होना भारत में ई-स्पोर्ट्स के लिए एक बड़ा कदम है। शतरंज का शामिल होना, जो पारंपरिक और डिजिटल रणनीति का संगम है, वैश्विक रुझानों के साथ तालमेल को दर्शाता है। यह सिर्फ टूर्नामेंट्स के बारे में नहीं है, बल्कि टियर-2 और टियर-3 शहरों से प्रतिभाओं को खोजने का अवसर है, जो अब तक उपेक्षित रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि भारतीय गेमर्स न सिर्फ हिस्सा लें, बल्कि वैश्विक मंच पर दबदबा बनाएं।”

भारत की प्रमुख ई-स्पोर्ट्स और गेमिंग कंटेंट कंपनी S8UL इस आयोजन में अहम भूमिका निभा रही है। S8UL ने ग्रैंडमास्टर्स अरविंद चितंबरम और निहाल सरीन को ईडब्ल्यूसी 2025 के लिए साइन किया है। इसके अलावा, वे Street Fighter 6, EAFC 25, Call of Duty Warzone, Tekken 8 and Apex Legends जैसे खेलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। S8UL के सह-संस्थापक और सीईओ अनिमेष अग्रवाल ने कहा, “स्ट्रीट फाइटर 6 और शतरंज का सरकारी पहल के तहत मान्यता मिलना उत्साहजनक है, खासकर जब S8UL इन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहा है। यह कदम grassroots स्तर पर प्रतिभाओं को खोजने और पोषित करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह भारत में ई-स्पोर्ट्स की बढ़ती वैधता का संकेत है।”

बिहार ने हाल के वर्षों में ई-स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने में सक्रियता दिखाई है। पिछले साल बिहार स्टेट ई-स्पोर्ट्स ओपन चैंपियनशिप और बिहार इंटर स्कूल एंड कॉलेज ई-स्पोर्ट्स चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। महाराष्ट्र, तमिलनाडु और नागालैंड जैसे राज्यों ने भी जमीनी स्तर पर ई-स्पोर्ट्स को समर्थन देने के लिए कई कदम उठाए हैं। ये प्रयास भारत में ई-स्पोर्ट्स के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर रहे हैं।

डर्टक्यूब इंटरैक्टिव एलएलपी के सह-संस्थापक और टेक लीड मिखाइल भूटा को उम्मीद है कि भविष्य में खेलो इंडिया में मेड-इन-इंडिया ई-स्पोर्ट्स गेम्स को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पहला सीजन है और हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले वर्षों में स्वदेशी गेम्स इस मंच का हिस्सा बनेंगे। इससे न सिर्फ भारतीय डेवलपर्स को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की पहचान भी मजबूत होगी।

भारत ने ई-स्पोर्ट्स में पहले ही वैश्विक स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है। पवन कांपेली ने 2024 एशियन ई-स्पोर्ट्स गेम्स में बैंकॉक में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा, 2026 एशियन गेम्स में ई-स्पोर्ट्स को आधिकारिक पदक खेल के रूप में शामिल किया जाएगा और 2027 में पहला ओलंपिक ई-स्पोर्ट्स गेम्स आयोजित होने वाला है। ये सभी घटनाएं भारत के लिए सुनहरा अवसर लेकर आ रही हैं।