भारत के साथ सीजफायर के बाद भी पाकिस्तान फजीहत जारी है। पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच 28 मई से लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में खेले जाने वाली तीन मैचों की टी20 सीरीज डिसिजन रिव्यू सिस्टम (DRS) के बिना आयोजित की जाएगी। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पीसीबी के एक विश्वसनीय सूत्र ने बताया कि बुधवार (28 मई) से शुरू होने वाली सीरीज में रुचि की कमी के कारण बोर्ड ने डीआरएस तकनीक का उपयोग न करने का निर्णय लिया है।
सूत्र ने कहा, “बोर्ड या प्रसारक के लिए सीरीज में डीआरएस टेकनलॉजी का उपयोग करना काफी खर्चीला होगा।” पीसीबी कुछ भी कहे, लेकिन सच्चाई यह है कि उसके डीआरएस चलाने के लिए ऑपरेटर नहीं है। इस सिस्टम को संभालने वाला क्रू मई के मध्य में पाकिस्तान सुपर लीग के पुनः आरंभ होने के बाद वापस नहीं लौटा। इसके कारण शेष टूर्नामेंट में डीआरएस का इस्तेमाल नहीं हुआ।
मई के पहले सप्ताह के बाद इंडिन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) और पीएसएल दोनों को रोकना पड़ा था, क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। युद्धविराम के बाद दोनों टूर्नामेंट 17 मई को फिर से शुरू हुए। पीसीएल के लिए कई विदेशी खिलाड़ी नहीं लौटे। डीआरएस संभालने वाले क्रू ने पीसीएल के अंतिम आठ मैचों के लिए पाकिस्तान न लौटने का फैसला किया। पीएसएल फाइनल में तकनीक की कमी साफ महसूस हुई जब क्वेटा ग्लैडिएटर्स के कप्तान सऊद शकील को गलत कैच आउट दिया गया।
बांग्लादेश के खिलाफ टी20 मैचों के लिए हॉकआई टीम के वापस न आने के कारण लाहौर में 28 मई, 30 मई और 1 जून को होने वाले किसी भी मैच में तकनीक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। बांग्लादेश की टीम को इसकी जानकारी दे दी गई है। मैच तय समय पर ही होंगे। पहले यह सीरीज पांच मैचों की होनी थी, लेकिन पीएसएल के कारण 2 मैच कम कर दिए गए।