एक हफ्ते पहले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के फाइनल में पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ छह रनों से दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा। इस हार का गम अभी भी टीम और फैंस के दिलों में ताजा है। इस मुकाबले में बल्लेबाजी के दौरान अपनी लय खोने वाले नेहल वढेरा ने इस हार की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है।
24 साल के नेहल ने इस सीजन में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 16 मैचों में 30.75 की औसत और 145.85 के स्ट्राइक रेट से 369 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से दो अर्धशतक भी निकले। खास तौर पर क्वालिफायर 2 में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 204 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए नेहल ने कप्तान श्रेयस अय्यर के साथ 47 गेंदों में 84 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत दिलाई थी। लेकिन फाइनल में वह अपनी इस फॉर्म को दोहरा नहीं पाए।
अहमदाबाद में खेले गए फाइनल में पंजाब को 191 रनों का लक्ष्य मिला था। नेहल ने 18 गेंदों में सिर्फ 15 रन बनाए और अपनी लय खो बैठे। हालांकि, शशांक सिंह ने आखिरी ओवरों में तेजतर्रार बल्लेबाजी कर हार का अंतर कम किया, लेकिन जीत छह रन दूर रह गई। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए नेहल ने कहा, “मैं पूरी तरह खुद को जिम्मेदार मानता हूं। अगर मैं उस दिन बेहतर खेलता, तो हम जरूर जीतते। पिच को दोष नहीं दे सकता, क्योंकि आरसीबी ने उसी पिच पर 190 रन बनाए थे।”
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नेहल ने आगे बताया, “मैं खेल को आखिरी ओवरों तक ले जाना चाहता था, क्योंकि मुझे भरोसा है कि गहरे तक ले जाकर मैं मैच खत्म कर सकता हूं। लेकिन उस दिन ऐसा नहीं हो पाया। मैंने कई बार तेजी दिखाई और वो रंग लाई, लेकिन फाइनल में ऐसा नहीं हुआ। कुछ दिन आपका साथ नहीं देते, और वो वही दिन था। फिर भी, मुझे कोई पछतावा नहीं कि मैंने गहरे तक खेलने की रणनीति अपनाई। लेकिन हां, मैं थोड़ा और तेजी दिखा सकता था, ये मैंने सीखा और इसका विश्लेषण भी किया।”
नेहल ने अपने कप्तान श्रेयस अय्यर की जमकर तारीफ की, जिनके नेतृत्व में पंजाब 11 साल बाद फाइनल में पहुंचा। श्रेयस इस टूर्नामेंट में छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। नेहल ने कहा, “श्रेयस मैदान के बाहर जैसे रहते हैं, वैसा ही उनका रवैया खेल में दिखता है। एक अच्छा कप्तान वही है, जो अपने व्यवहार, बातचीत और लोगों को संभालने के तरीके से सबको प्रेरित करे। श्रेयस इसका सटीक उदाहरण हैं।”