भारत के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 70 रन की तेज पारी खेली और अजिंक्य रहाणे ( नाबाद 88) के साथ 129 रन की मैच बदलने वाली साझेदारी की। इससे गत चैंपियन मुंबई ने रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल के तीसरे दिन सोमवार (10 फरवरी) को हरियाणा के खिलाफ मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। तीसरे दिन सुबह शार्दुल ठाकुर ने पांच विकेट लिया। इसके बाद मुंबई ने बल्लेबाजी में दबदबा दिखाया।
मुंबई ने स्टंप्स तक 67 ओवर में चार विकेट पर 278 रन बनाकर 292 रन की शानदार बढ़त हासिल कर ली। रहाणे 142 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 88 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि सूर्यकुमार ने शानदार स्ट्रोक्स खेलते हुए 86 गेंदों की अपनी पारी में दो छक्के और आठ चौके लगाए। हरियाणा के लिए टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी करने वाले अंशुल कंबोज ‘AK47’ कमाल नहीं दिखा पाए। उन्होंने मुंबई की दूसरी पारी में 8 ओवर में 39 रन दिए। कोई विकेट नहीं ले पाए।
मुंबई के तेज गेंदबाज शार्दुल ने 18.5 ओवर में 86 रन देकर 5 विकेट लिए। उन्होंने हरियाणा के निचले क्रम को ध्वस्त कर दिया। हरियाणा की पारी को शुरुआती घंटे में 301 रनों पर समेट दिया। मुंबई की स्पिन जोड़ी, शम्स मुलानी और तनुश कोटियन ने भी दो-दो विकेट चटकाए। इससे गत चैंपियन ने पहली पारी में 14 रनों की मामूली, लेकिन महत्वपूर्ण बढ़त हासिल की।
मुंबई की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही। ओपनर बल्लेबाज आकाश आनंद (10) और आयुष म्हात्रे (31) सस्ते में आउट हो गए। सिद्धेश लाड (43) अपनी शुरुआत को भुनाने में विफल रहे। जयंत यादव की ऑफ स्पिन का शिकार बने। 116/3 के स्कोर पर मुंबई को स्थिरता की जरूरत थी और तभी रहाणे और सूर्यकुमार ने जिम्मेदारी संभाली। लगातार कम स्कोर के बाद रन बनाने के लिए बेताब सूर्यकुमार ने आक्रामक शुरुआत की। उन्होंने 23 गेंदों पर 28 रन बनाए और सुमित कुमार को तीन चौके लगाए।
सूर्यकुमार ने जल्द ही 14 पारियों के बाद पेशेवर क्रिकेट में अपना पहला 50 से अधिक का स्कोर बनाया। भारत-इंग्लैंड टी20 सीरीज में संघर्ष के बाद ऐसी पारी बहुत जरूरी थी। उन्होंने पांच पारियों (2, 0, 14, 12, 0) में सिर्फ 28 रन बनाए। पिछले 10 मैचों में, उनका उच्चतम स्कोर विजय हजारे ट्रॉफी में 20 रन था, जबकि उन्होंने इस सीजन में महाराष्ट्र के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में एकमात्र मैच खेला था, जहां वे 7 रन बनाकर सस्ते में आउट हो गए थे। हालांकि, सूर्यकुमार शतक नहीं बना सके, अंतिम घंटे मे शॉट खेलने के प्रयास में आउट हो गए। अनुज ठकराल की गेंद पर हुक करने के प्रायस में मिड-ऑन पर आउट हुए। इससे उनकी शानदार पारी समाप्त हो गई।
रहाणे ने संयमित होकर इस सत्र का अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया। यह उनका लगातार दूसरा अर्धशतक है। दिन का खेल समाप्त होने के बाद भी वह डटे रहे और सुनिश्चित किया कि मुंबई नियंत्रण में रहे। इससे हरियाणा के लिए चौथी पारी में चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने का मंच तैयार हो गया। इससे पहले शार्दुल ने सुबह पहले ही ओवर में शानदार प्रदर्शन करते हुए लय कायम की। हरियाणा के ओवरनाइट बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 22 रन बनाकर बाउंसर को पुल करने का प्रयास किया, लेकिन वह डीप फाइन लेग पर मोहित अवस्थी के हाथों में चली गई।
शुरुआती सफलता ने मुंबई को नियंत्रण में ला दिया। हरियाणा को अपने ओवरनाइट स्कोर को बढ़ाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। इसके बाद जयंत यादव आए। उन्हें शार्दुल ने आउट किया। निचले क्रम के बल्लेबाजों के खिलाफ शार्दुल ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली। अंशुल कंबोज को आउट करके शार्दुल ने पांचवां विकेट लिया। शार्दुल ने हरियाणा के प्रतिरोध को समाप्त करते हुए अजीत चहल को गोल्डन डक पर आउट करके अपने छह विकेट पूरे किए।