भारत के दिग्गज क्रिकेटर रोहित शर्मा ने मंगलवार (7 मई) को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। 2013 में भारत के लिए टेस्ट में डेब्यू करने रोहित शर्मा ने 12 साल के करियर में 67 टेस्ट की 116 पारियों में 40.58 के औसत से 4302 रन बनाए। साल 2007 में वनडे और टी20 में डेब्यू करने के बाद रोहित शर्मा का टेस्ट डेब्यू 6 साल देरी से 2013 में हुआ। रोहित शर्मा का टेस्ट करियर और बड़ा हो सकता था। वह 2010 में डेब्यू कर चुके होते, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ।
सफेद गेंद के क्रिकेट में अपनी प्रतिभा साबित करने के बाद, रोहित को फरवरी 2010 में नागपुर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करना था। हालांकि, मैच की सुबह वार्मअप करते समय उन्हें चोट लग गई। फील्डिंग अभ्यास के दौरान रोहित का टखना मुड़ गया, जिसके कारण उन्हें मैच से बाहर होना पड़ा। नतीजतन, ऋद्धिमान साहा को अंतिम समय में रिप्लेसमेंट के तौर पर चुना गया। रोहित का टेस्ट डेब्यू टल गया।
रोहित शर्मा को डेब्यू के लिए तीन साल से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। इतना ही नहीं, उन्हें 2011 के एकदिवसीय विश्व कप के लिए भी नजरअंदाज किया गया, जिसे भारत ने घरेलू सरजमीं पर जीता। रोहित ने आखिरकार नवंबर 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया। यह मास्टर ब्लास्ट सचिन तेंदुलकर की फेयरवेल सीरीज थी, जिन्होंने 24 साल के स्वर्णित करियर के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी रूपों से संन्यास लिया था।
सीरीज का पहला टेस्ट 6 नवंबर, 2013 को कोलकाता के ईडन गार्डन में शुरू हुआ था। तेंदुलकर ने मैच में अपनी एकमात्र पारी में 10 रन का योगदान दिया, लेकिन ध्यान व्यक्तिगत प्रदर्शन के बजाय उनकी विदाई सीरीज पर था। इस बीच रोहित शर्मा ने टेस्ट डेब्यू पर शानदार 177 रन बनाकर धूम मचाया।
मुंबई में घरेलू मैदान पर सचिन तेंदुलकर ने 200वां और अंतिम टेस्ट मैच खेला। यह प्रशंसकों, खिलाड़ियों और क्रिकेट समुदाय के लिए एक भावनात्मक पल था। तेंदुलकर ने अपनी अंतिम टेस्ट पारी में शानदार 74 रन बनाए, लेकिन रोहित ने फिर से शतक जड़ा। इस बार नाबाद 111 रन की पारी खेली और भारत ने एक पारी और 126 रन से जीत दर्ज की।