विराट कोहली रेड बॉल क्रिकेट में फॉर्म वापसी के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। वह घरेलू रेड बॉल टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी में वापसी से पहले कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। ऐसे में यह बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं था कि विराट कोहली ने ने विशेष नेट सत्र के लिए भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ को बुलाया।

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विराट कोहली 12 साल से अधिक समय के बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी करेंगे। संजय बांगड़ 2014 से 2019 के बीच विराट कोहली के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में शिखर के साक्षी रहे हैं। बीसीसीआई की ओर से अपने सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध रहने के निर्देश के बाद फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे विराट 30 जनवरी से दिल्ली स्थित अरुण जेटली स्टेडियम (पूर्व में फिरोज शाह कोटला मैदान) पर रेलवे के खिलाफ मैच खेलेंगे। रणजी ट्रॉफी 2024-25 में दिल्ली का यह अंतिम लीग मैच है।

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विराट कोहली के राष्ट्रीय टीम के साथी जैसे कप्तान रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और रविंद्र जडेजा सभी ने रणजी ट्रॉफी के हाल ही में समाप्त हुए दौर में खेलकर अपनी ‘एसओपी ड्यूटी’ पूरी की। इन दिग्गज क्रिकेटर्स में से केवल रविंद्र जडेजा (12 विकेट, 38 रन) और शुभमन गिल (दूसरी पारी में 102) ही रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर पाये।

विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान 9 पारियों में सिर्फ 190 रन ही बना पाये थे। इस प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनके भविष्य पर गंभीर सवालिया निशान लगा दिये हैं। 36 साल के विराट कोहली ऑफ स्टम्प पर और बाहर की गेंदों के खिलाफ तकनीकी समस्याओं से जूझ रहे हैं। उनका इसी तरह की गेंदों पर आउट होने का पैटर्न भी रहा।

भारतीय क्रिकेट सर्किट के जानकार लोगों का कहना है कि राष्ट्रीय टीम में बांगड़ के बतौर बल्लेबाजी कोच (5 साल) होने के दौरान विराट कोहली काफी सहज थे। कोहली ने अपने 80 अंतरराष्ट्रीय शतकों में से अधिकांश साल 2014 से 2019 के बीच बनाये हैं। संजय बांगड़ के कार्यकाल की समाप्ति के बाद से उन्होंने पिछले 5 साल में केवल दो टेस्ट शतक बनाये हैं।

साल 2019 के एकदिवसीय विश्व कप के बाद संजय बांगड़ को राष्ट्रीय टीम से बाहर होना पड़ा। उनकी जगह विक्रम राठौर को बल्लेबाजी कोच बनाया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के हवाले से लिखा, जब 2019 विश्व कप के बाद कोहली से फीडबैक मांगा गया था, तो उन्होंने बांगड़ की बहुत तारीफ की थी। कोहली ने कहा था कि एक बल्लेबाज के रूप में उन सभी वर्षों के दौरान उनके तकनीकी इनपुट से बहुत फायदा हुआ है।

बीसीसीआई के यह वरिष्ठ पदाधिकारी उस समय सहयोगी स्टाफ की नियुक्ति से जुड़े थे। विराट कोहली हमेशा से संजय बांगड़ के इनपुट पर भरोसा करते थे। यह तब और स्पष्ट हुआ जब भारतीय टीम के साथ अपने कार्यकाल के बाद संजय बांगड़ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से जुड़े। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु एक ऐसी फ्रेंचाइजी है, जहां पूर्व भारतीय कप्तान के विचारों का बहुत महत्व है।