Bihar Assembly Elections: ऊपर-नीचे हो रहा बिहार का सियासी तापमान फिलहाल जन सुराज पार्टी (जसपा) के संस्थापक प्रशांत किशोर उर्फ पीके पर टिक गया है। मौजूदा सत्ताधारी राजग के घटक पीके की गति को धीमी करने के लिए खास रणनीति पर काम कर रहे हैं। राज्य में प्रतिपक्ष इंडिया गठबंधन से इतर राजग के घटक दल जसपा के खिलाफ आक्रामक शैली अख्तियार करेंगे। इसकी पृष्ठभूमि तैयार हो गई है।

दरअसल, ‘बिहार बदलाव यात्रा’ पर निकले जसपा संस्थापक प्रशांत किशोर ने दस दिन पहले बिहार भाजपा के अध्यक्ष व सांसद दिलीप जायसवाल के बारे में कथित निजी टिप्पणी करते हुए कहा था कि उन्हें (जायसवाल को) सोशल मीडिया के बारे में कुछ भी नहीं पता। पीके ने कहा था कि जायसवाल सोशल मीडिया का ‘ए’ भी नहीं जानते। इस पर सियासी घमासान शुरू हो गया। दिलीप जायसवाल ने इसे लेकर साइबर थाने में पीके के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करा दी।

उक्त मामला इतना गरमाया कि राजग के घटक दलों ने दिल्ली में मंथन कर पीके पर लगाम कसने की रणनीति पर काम करना आरंभ किया। बताया जा रहा है कि इसी क्रम में यह तय हुआ कि पीके का जवाब उनकी ही भाषा में दिया जाएगा। इसके लिए राजग के सभी घटक दल पीके पर आक्रामक शैली में सियासी प्रहार करेंगे। तय हुआ है कि राज्य भ्रमण पर निकले पीके के हर हमले पर करारा जवाबी प्रहार किया जाएगा। इसकी शुरूआत भी हो चुकी है।

भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दिलीप जायसवाल ने रविवार को प्रशांत किशोर पर सीधा हमला किया और कहा कि पीके के साथ घूमने वाले अधिकतर लोग या तो अपराधी हैं या अपराधियों के परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनकी प्रचार सामग्री और तस्वीरें देखकर ही यह साफ हो जाता है। जायसवाल ने यह भी कहा कि ऐसे लोगों से राज्य और समाज के लिए किसी अच्छे बदलाव की उम्मीद नहीं की जा सकती। राजग की शैली से जसपा भी जवाबी हमले को तैयार है।

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प्रशांत किशोर पर राजग के हमलावर होने की कथित रणनीति पर जसपा के प्रवक्ता विवेक कुमार ने ‘जनसत्ता’ से कहा कि जिसके पास कोई ठोस मुद्दा न हो, वह व्यक्तिगत हमले ही कर सकता है। बिहार को लेकर प्रशांत किशोर के दृष्टिकोण और उनकी बढ़ती लोकप्रियता से राजग के घटक दलों के नेता सकते में हैं। विवेक ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में इनकी गलतफहमियां दूर हो जाएंगी और जनता हवा-बाजों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा देगी।

इसी संदर्भ में भाजपा के बिहार प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने ‘जनसत्ता’ से कहा कि कुछ लोग खुद को बिहार का अकेला उद्धारक बताने की कोशिश में है। राज्य की जनता सब जानती है। बिहार में राजग की वजह से विकास ने गति पकड़ी है। इसकी हर तरफ चर्चा है। अनावश्यक बयानबाजी करने वालों का जवाब राजग का विकास कार्य ही है। वैसे लोगों का जवाब देने के लिए जनता खुद आगे आ रही है। इस वजह से राजग विरोधी लोग असहज महसूस कर रहे हैं। क्या बिहार में महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे ओवैसी? पढ़ें…पूरी खबर।